
- बोकारो अनाधिशासी कर्मचारी संघ की मांग-लाठीचार्ज का आदेश देने वाले अधिकारी के विरुद्ध सभी कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल के बोकारो स्टील प्लांट (SAIL – Bokaro Steel Plant) से बड़ी खबर आ रही है। 19 गांवों के विस्थापितों ने गुरुवार को हिंसक प्रदर्शन कर दिया। अपनी मांग को मनवाने के लिए ड्यूटी जा रहे कर्मचारियों के वाहनों को रोका। दो कर्मचारियों ने विरोध किया। इस बीच दोनों पक्षों में विवाद गहरा गया। माहौल गरमा गया है। शाम साढ़े 4 बजे लाठीचार्ज किया गया। इसके विरोध में फायर ब्रिगेड की गाड़ी का शीशा तोड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि एक दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं।
ये खबर भी पढ़ें: बोकारो स्टील प्लांट के जीएम से जूनियर मैनेजर तक 8 अधिकारियों का ट्रांसफर
सीआइएसएफ के जवानों ने भीड़ को तितर-बीतर करने के लिए लाठीचार्ज किया। प्रेम कुमार महतों के सिर में चोट लगी। वह जख्मी होकर जमीन पर गिर गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक भीड़ जख्मी युवक को उठाकर ले जाने लगी, तभी दोबारा सीआइएसएफ जवानों ने लाठीचार्ज कर दिया। देखते ही देखते युवक की हालत हद से ज्यादा बिगड़ गई।
बोकारो जनरल हॉस्पिटल (Bokaro General Hospital) में जख्मी युवक को भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान मौत हो गई। इससे आक्रोशित भीड़ ने बवाल काट दिया। तोड़-फोड़ की। सीआइएसएफ, पुलिस ने मोर्चा संभाला है।
ये खबर भी पढ़ें: भिलाई महिला समाज की नई कार्यकारिणी गठित, इन्हें मिली जिम्मेदारी
हंगामा बढ़ते देख नगर सेवाएं विभाग, एडीएम बिल्डिंग और बोकारो जनरल हॉस्पिटल से अधिकारी-कर्मचारी किसी तरह अपने-अपने विभागों को छोड़कर भाग खड़े हुए। कार्मिकों को अब नाइट शिफ्ट ड्यूटी के दौरान सतर्कता बरतने की अपील की गई है।
ये खबर भी पढ़ें: भिलाई इस्पात संयंत्र: बार और रॉड मिल का प्रोडक्शन 1.0 मिलियन टन पार, कटा केक
बताया जा रहा है कि मृतक युवक महुआर का रहने वाले है। 19 गांव के विस्थापित पहले से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन, गुरुवार को आर-पार के मूड में थे। आफिस बंदकर अधिकारियों को भागना पड़ा। बीजीएच के डाक्टर को हटा दिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने बीजीएच का गेट ब्लॉक कर दिया है। लक्ष्मी मार्केट एरिया को बंद कर दिया गया है। दूसरे गांवों के लोग भी एडीएम बिल्डिंग पर जुटने जा रहे हैं। फायर ब्रिगेड की गाड़ी का शीशा तोड़ दिया है
ये खबर भी पढ़ें: राउरकेला इस्पात संयंत्र: न्यू प्लेट मिल ने जीती वित्त वर्ष 2024-25 की चैंपियन ट्रॉफी
मांगी नौकरी, मिली मौत
यह इस लोकतांत्रिक देश में क्या हो रहा है? क्या आंदोलन करना अपराध हो गया है इस देश में? एक तरफ हमेशा नियम बदलकर विस्थापितों, आश्रितों को ठगा जाता है, तो दूसरी तरफ सैकड़ों की संख्या में अप्रेंटिशिप कराकर विस्थापितों को बैठाया जाता है। सभी आंदोलनकारियों को अविलंब नौकरी मिलनी चाहिए। साथ ही लाठी चार्ज का आदेश देने वाले अधिकारी के विरुद्ध सभी कानूनी कारवाई की जानी चाहिए, ताकि आगे से एसी कमरे में बैठ कर निजी मालिक के हैसियत से कार्य कर रहे लोगो को सबक मिले।
हरिओम, अध्यक्ष-BAKS बोकारो
ये खबर भी पढ़ें: गर्मी और लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी, लू लगने पर तुरंत ये करें