
- नालियों के ऊपर से अवैध कब्जा हटाए हटाने की कार्रवाई जारी।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। जुनवानी पेट्रोल पंप (Junwani Petrol Pump) के सामने, शंकरा इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, पंडित दीनदयाल आवासीय योजना तक कब्जेदारों ने अपनी चादर फैला लिया था। क्षेत्रीय नागरिक लगातार भिलाई नगर निगम से शिकायत कर रहे थे। मंगलवार को निगम के अमला ने कार्रवाई की। कब्जेदारों के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया।
बहुत से छोटे-बड़े खाने-पीने की सामग्री बेचने वालों की दुकान संचालित हो रही थी। जहां पर रात का बचा खाद्य सामग्री उठाकर नालियों में डाल दिया जाता। इससे बदबू फैलती है और उन दुकानों पर खाने वाले लोग भी बेतरतीब गाड़ियां खड़ा कर देते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम हो जाता है। नालियों के ऊपर स्लैप डालकर कब्जा कर लेने से सफाई नहीं हो पा रहा रही थी। जब तक हटेगा नहीं तब तक पानी का बहाव ठीक नहीं होगा।
ये खबर भी पढ़ें: बीएसपी के आयरन ओर माइंस राजहरा में समर कैंप शुरू, बच्चों की लगी खेल पाठशाला
प्राप्त शिकायत के आधार पर जोन क्रमांक 1 के सहायक राजस्व अधिकारी प्रसन्न तिवारी, जोन स्वास्थ्य अधिकारी अंकित सक्सेना, स्वच्छता निरीक्षक कमलेश द्विवेदी के साथ मिलकर नालियों के ऊपर अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई किए।
इसके पूर्व में भी वहां पर कार्रवाई की गई थी, लेकिन लोगों द्वारा फिर से नालियों के ऊपर स्लैब डालकर कब्जा कर लिया गया था। जिससे पानी जाम हो रहा था एवं बड़ी नाली में पानी नहीं पहुंच रहा था। बरसात से पूर्व नालों की साफ-सफाई ठीक से हो जाए इसलिए गैंग लगाकर काम कराया जा रहा है।
ये खबर भी पढ़ें: SAIL RSP ने बोलानी माइंस के स्कूल सौंपे DAV को
उन जगहों पर परेशानी हो रही है, जहां पर नालियों के ऊपर अवैध कब्जा करके स्लैब डालकर लोग कब्जा कर लिए हैं। उसको रोकने के लिए निगम द्वारा निरंतर कार्रवाई की जा रही है। इसके आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। इसके पहले यातायात विभाग द्वारा भी लोगों को चेतावनी दी गई थी, फिर भी लोग नहीं सुधरे। निगम द्वारा मुनादी भी कराई गई थी।
ये खबर भी पढ़ें: Employees Pension Scheme 1995: ईपीएफओ, ट्रेड यूनियन ऊंची दुकान-फीका पकवान
नगर निगम भिलाई ने नागरिकों से अपील किया है कि कोई भी बची हुई सामग्री नाली में ना फेकें। नगर निगम का सफाई गाड़ी कचरा लेने के लिए घूमती है, उसी में कचरा डालें। कार्रवाई के दौरान जोन सहायक राजस्व निरीक्षक शशांक सिंह, विनोद शुक्ला, नंदू सिंह, इनाम सिंह कनौजे एवं अन्य कर्मचारी अधिकारी शामिल रहे।
ये खबर भी पढ़ें: कर्मचारी पेंशन योजना 1995: पीएम, नेता और EPFO को नहीं बख्श रहे ईपीएस 95 पेंशनभोगी