भारत-पाकिस्तान युद्ध रुका है, मॉक ड्रिल नहीं, बीआईटी में सिविल डिफेंस का प्रशिक्षण

Ceasefire in India-Pakistan war, mock drill continues, civil defense training in BIT
आपात स्थिति में बचाव, अग्निशमन, प्राथमिक उपचार और आपदा प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। एनडीआरएफ, बीएसपी के एक्सपर्ट पहुंचे।
  • नागरिक सुरक्षा के लिए व्यापक जानकारी साझा की गई।
  • सिविल डिफेंस प्रशिक्षण में आपदा प्रबंधन की दी गई विस्तृत जानकारी।
  • बीआईटी में 400 से अधिक प्रतिभागियों ने लिया सिविल डिफेंस प्रशिक्षण

सूचनाजी न्यूज, दुर्ग। भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ है। युद्ध से पहले मॉक ड्रिल का दौर शुरू हुआ था। यह सिलसिला अब भी जारी है। भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीआईटी) (Bhilai Institute of Technology) में एक दिवसीय सिविल डिफेंस जनजागृति प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।

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कार्यक्रम का उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों, प्राकृतिक आपदाओं तथा अग्निकांड जैसी घटनाओं में नागरिकों की तत्परता एवं जागरूकता को बढ़ाना है। यह प्रशिक्षण जिला सेनानी होमगार्ड श्री नागेन्द्र कुमार सिंह, एसडीआरएफ व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया।

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कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा सिविल डिफेंस की भूमिका, प्राथमिक उपचार, अग्नि सुरक्षा उपाय, नागरिक सुरक्षा, हवाई हमलों के समय की जाने वाली कार्यवाही, ब्लैकआउट की प्रक्रिया, अग्निशमन के तरीके, प्राथमिक उपचार तथा बाढ़ जैसी आपदाओं में राहत एवं बचाव संबंधी जानकारी प्रदान की गई।

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छात्रों और संस्थान के कर्मचारियों ने प्रशिक्षण में उत्साहपूर्वक भाग लिया और आपदा के समय अपनाए जाने वाले सुरक्षा उपायों को व्यवहारिक रूप से समझा। प्रशिक्षण के दौरान मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया गया, जिसमें आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने के अभ्यास कराए गए। प्रतिभागियों को बताया गया कि किस प्रकार सामान्य नागरिक भी आपातकाल में सुरक्षा बलों का सहयोग कर सकते हैं।

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कलेक्टर अभिजीत सिंह ने वर्तमान समय में नागरिकों की भूमिका, आपदाओं के प्रति हमारी तैयारियों, अनुशासन और सिविल डिफेंस की आवश्यकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को आपात स्थिति में सहयोगी की भूमिका निभाने के लिए इस प्रकार के प्रशिक्षण अत्यंत आवश्यक हैं। ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को न केवल तकनीकी रूप से बल्कि सामाजिक रूप से भी सजग नागरिक बनने के लिए प्रेरित करते हैं।

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कार्यक्रम में एनसीसी, एनएसएस, स्काउट-गाइड, नेहरू युवा केंद्र, भूतपूर्व सैनिकों सहित आम नागरिकों की सक्रिय भागीदारी रही। कुल मिलाकर लगभग 400 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण में भाग लिया। प्रशिक्षण के मुख्य वक्ता जिला सेनानी होमगार्ड नागेन्द्र कुमार सिंह, एनडीआरएफ प्रशिक्षक शेखर बोरवणकर (सेवानिवृत्त डिविजनल कमांडेंट, होमगार्ड) एवं रामचन्द्र साहू (सेवानिवृत्त स्टाफ ऑफिसर, भिलाई स्टील प्लांट) रहे।

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जिन्होंने प्रतिभागियों को व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक दोनों स्तर पर आपदा प्रबंधन की जानकारी दी। इस अवसर पर अपर कलेक्टर विरेन्द्र सिंह, संभागीय सेनानी नगर सेना रायपुर अनिमा कुजूर, ग्रुप कैप्टन प्रवीण दाबोले उपस्थित थे।

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