
AI के टूल्स-जैसे डेटा एनालिटिक्स, ऑटोमेटेड बुक कीपिंग, रिस्क असेसमेंट मॉडल्स, और चैटबॉट्स सीए के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई सीए ब्रांच द्वारा आयोजित दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस ‘उन्नयन’ का समापन रविवार को सीए भवन सिविक सेंटर में हुआ। भिलाई, रायपुर, बिलासपुर औऱ रायगढ़ ब्रांच के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कांफ्रेंस के द्वितीय दिवस आज देश के प्रख्यात टैक्स विशेषज्ञ, लेखक, शिक्षाविद, चार्टर्ड अकाउंटेंट डॉ. गिरीश आहूजा ने प्रत्यक्ष कर में हुए नए बदलाव और टैक्स संहिता पर जानकारी दी। इसके अतिरिक्त विशेषज्ञ वक्ताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रभावी उपयोग की जानकारी दी।
कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती के तैलचित्र पर दीप प्रज्जवलन कर की गई। तत्पश्चात कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता देश के प्रख्यात सीए डॉ. गिरीश आहूजा ने प्रत्यक्ष कर में हुए नए बदलावों की जानकारी साझा की। उन्होंने नए इनकम टैक्स बिल, हालिया बजट में हुए बदलावों, और पुराने अप्रभावी सेक्शन की समाप्ति जैसे विषयों पर अपना वक्तव्य दिया।
डॉ. आहूजा ने बताया कि सरकार जल्द ही नया इनकम टैक्स बिल लाने की दिशा में काम कर रही है, जिसका उद्देश्य पुराने और जटिल कानूनों को हटाकर एक सरल, पारदर्शी और करदाता हितैषी प्रणाली स्थापित करना है। इस बिल के आने से करदाताओं को कंप्लायंस में आसानी होगी और अनावश्यक विवादों की संख्या में कमी आएगी। उन्होंने बजट 2024 में प्रत्यक्ष कर से जुड़े महत्वपूर्ण परिवर्तनों पर भी प्रकाश डाला।
जैसे-नई टैक्स स्लैब प्रणाली को और प्रभावशाली बनाना, रिटर्न फाइलिंग को आसान करना, और डेडलाइन से जुड़े नियमों को लचीला बनाना। उन्होंने बताया कि बजट का सीधा प्रभाव छोटे और मध्यम व्यवसायों के साथ-साथ व्यक्तिगत करदाताओं पर पड़ेगा, जिससे टैक्स बेस का विस्तार होगा।
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डॉ. आहूजा ने यह भी बताया कि सरकार द्वारा कई निष्क्रिय और अप्रचलित सेक्शनों को हटाया गया है, जिनका अब कोई व्यावहारिक उपयोग नहीं रह गया था। इससे इनकम टैक्स एक्ट को अधिक स्पष्ट और सटीक बनाया गया है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट सीए शुभम पटेल और चिनय सोलंकी ने “चार्टर्ड अकाउंटेंसी प्रोफेशन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)” के प्रभाव और उपयोगिता पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे आधुनिक समय में AI टेक्नोलॉजी को अपनाकर सीए अपने कार्य को अधिक सटीक, तेज़ और कुशल बना सकते हैं।
उन्होंने बताया कि आज की तेज़ गति से बदलती व्यावसायिक दुनिया में डेटा की मात्रा बहुत अधिक हो चुकी है, और ऐसे में AI के टूल्स-जैसे डेटा एनालिटिक्स, ऑटोमेटेड बुक कीपिंग, रिस्क असेसमेंट मॉडल्स, और चैटबॉट्स — सीए के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं।
सीए चिनय सोलंकी और सीए शुभम पटेल ने उदाहरण देते हुए बताया कि AI आधारित सॉफ्टवेयर्स अब बड़ी मात्रा में इनवॉइस, लेन-देन और टैक्स डेटा को कुछ ही क्षणों में प्रोसेस कर सकते हैं, जिससे मैन्युअल एरर की संभावना कम होती है और समय की भी बचत होती है। उन्होंने यह भी कहा कि ऑडिटिंग में AI का प्रयोग करके संदिग्ध ट्रांजेक्शन को पहले ही चिन्हित किया जा सकता है, जिससे जोखिम प्रबंधन बेहतर होता है।
साथ ही, डॉक्यूमेंट एनालिसिस, क्लाइंट कम्युनिकेशन, और कस्टम रिपोर्ट जनरेशन जैसे कामों में भी AI से काफी मदद मिल रही है। उन्होंने ने जोर देकर कहा कि आने वाला समय टेक्नोलॉजी और प्रोफेशनल नॉलेज के मेल का है, और यदि सीए समय रहते AI को अपनाते हैं तो वे न केवल खुद को प्रतिस्पर्धात्मक बनाए रख पाएंगे, बल्कि अपने क्लाइंट्स को भी बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकेंगे।
नागपुर से आए युवा चार्टर्ड अकाउंटेंट सीए शुभम पटेल ने “वित्तीय और लेखा क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के प्रभाव” पर अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि डिजिटल युग में AI जैसी उन्नत तकनीकों को अपनाना अब विकल्प नहीं, बल्कि आवश्यकता बन गई है।
सीए शुभम पटेल ने बताया कि आज वित्तीय डेटा का प्रबंधन, विश्लेषण और रिपोर्टिंग जैसे कार्यों में AI का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। AI आधारित ऑटोमेशन टूल्स न केवल अकाउंटिंग एंट्रीज को तेजी से प्रोसेस करते हैं, बल्कि ऑडिटिंग, टैक्स कंप्लायंस और रिस्क मैनेजमेंट को भी अधिक प्रभावी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को अब पारंपरिक विधियों से आगे बढ़ते हुए डिजिटल उपकरणों का सही उपयोग सीखना चाहिए।
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इससे न केवल काम की गति बढ़ेगी, बल्कि मानवीय त्रुटियां भी कम होंगी और निर्णय लेने में भी सटीकता आएगी। सीए शुभम पटेल ने युवाओं से आह्वान किया कि वे AI टूल्स जैसे डेटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग मॉडल और क्लाउड बेस्ड अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण लेकर खुद को भविष्य के लिए तैयार करें।
कार्यक्रम का स्वागत भाषण ब्रांच चेयरमेन सीए राजेश बाफना ने किया। द्वितीय दिवस में कार्यक्रम के सेशन चेयरमैन सीए राकेश ढोढी और सीए राहुल बत्रा थे एवं आभार प्रदर्शन सीए प्रभजीत सिंह जग्गी ने किया। इस दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस के संयोजक सीए अरविंद सुराना थे, कार्यक्रम में सीए अमित राय, सीए नितिन रूंगटा, सीए महावीर जैन,सीए पदम बरडिया, सीए विकास गोलछा, सीए अनिल झंवर, सीए निकिता जैन, सीए प्रभास जैन, मैनेजिंग कमेटी के सदस्य सीए एस डी राठी, सीए प्रतीक अग्रवाल, सीए तलविंदर सैनी, सीए दिलीप जैन सहित अंजलि सिंह, दीक्षा गणेशानि आदि बड़ी संख्या में सीए सदस्य एवं छात्र उपस्थित थे। कार्यक्रम की जानकारी ब्रांच के मीडिया प्रमुख पूर्व अध्यक्ष सीए मिनेश जैन ने दी।
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