गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स 2024 का विजेता बना भिलाई इस्पात संयंत्र, एचआर ने किया कमाल

Bhilai Steel Plant becomes the winner of Golden Peacock Awards 2024, HR did wonders
Bhilai Steel Plant becomes the winner of Golden Peacock Awards 2024, HR did wonders
  • जीएम आइआर जेएन ठाकुर, जीएम एच शेखर, विकास चंद्रा, श्रीकांत रामाराजू के अलावा निवेश विजयन, शालिनी चौरसिया आदि एचआर डिपार्टमेंट की टीम की मेहनत रंग लाई है।
  • जूरी की अध्यक्षता न्यायमूर्ति यूयू ललित-पूर्व मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय ने की।
  • भिलाई इस्पात संयंत्र को मानव संसाधन के क्षेत्र में (इस्पात उद्योग क्षेत्र) गोल्डन पीकॉक अवार्ड 2024 के लिए विजेता के रूप में चुना गया।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel plant) को मानव संसाधन के क्षेत्र में “इस्पात उद्योग” के उत्कृष्ट योगदान के लिए, गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स 2024 में विजेता के रूप में चुना गया है। और उसे “गोल्डन पीकॉक एचआर एक्सीलेंस अवार्ड (जीपीएचआरईए) 2024” राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

ये खबर भी पढ़ें: मकर संक्रांति 2025: जमकर पतंग उड़ाइए, पर चाइनीज-नायलॉन मांझे से मत काटिए जिंदगी की डोर, भिलाई निगम ने मारा छापा

भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel plant) की एचआर नीतियों और प्रथाओं ने इस्पात उद्योग के क्षेत्र में एक नया मापदंड स्थापित किया है। इस प्रतिष्ठित सम्मान के साथ, गोल्डन पीकॉक सचिवालय ने भिलाई इस्पात संयंत्र को गोल्डन पीकॉक के हॉरिज़ेंटल और वर्टिकल लेआउट में जारी लोगो को अपने दस्तावेजों में प्रयोग करने के लिए अधिकृत भी किया है।

ये खबर भी पढ़ें: SAIL NEWS: आलोक वर्मा ने राउरकेला इस्पात संयंत्र के डायरेक्टर इंचार्ज का संभाला कार्यभार

जीएम आइआर जेएन ठाकुर, जीएम एच शेखर, विकास चंद्रा, श्रीकांत रामाराजू के अलावा निवेश विजयन, शालिनी चौरसिया आदि एचआर डिपार्टमेंट की टीम की मेहनत रंग लाई है।

भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel plant) के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता और उनकी समर्पित टीम को आगामी 6 और 7 फरवरी 2025 को मुंबई में आयोजित भव्य पुरस्कार समारोह में आमंत्रित किया गया है। साथ ही, उन्हें अपनी टीम द्वारा किए गए प्रयासों और आवेदन में दिए गए विवरण पर प्रस्तुति देने का भी अवसर मिलेगा।

ये खबर भी पढ़ें: BSP सिंटर प्लांट और एसएमएस-3 के सीजीएम आमने-सामने, खिलाड़ियों ने संभाला मोर्चा

गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स 2024 (Golden Peacock Awards 2024) के विजेता के रूप में भिलाई इस्पात संयंत्र को इस सम्मान के साथ इस्पात उद्योग में एचआर प्रबंधन के उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है।

वर्ष 2024 के चौथे चक्र के तहत, गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स सचिवालय, इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स, इंडिया ने देशभर के सार्वजनिक, निजी और सरकारी बड़े एवं एसएमई उद्यमों से आवेदन आमंत्रित किए थे।

ये खबर भी पढ़ें: CITU नेता पीई अंताप्पन का निधन, शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज को देहदान, डाक्टर करेंगे रिसर्च

इस वर्ष, गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स में विशेष रूप से कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर), मानव संसाधन (एचआर) उत्कृष्टता और नवाचार प्रबंधन (इनोवेशन मैनजमेंट) के क्षेत्रों में उत्कृष्टता को मान्यता दी गई।

इन पुरस्कारों का उद्देश्य उन संगठनों को सम्मानित करना था जिन्होंने इन क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त की है। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के अंतर्गत विभिन्न श्रेणियों में आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें वैश्विक पुरस्कार – गोल्डन पीकॉक ग्लोबल अवार्ड फॉर कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (जीपीजीएसीएसआर) तथा एक राष्ट्रीय पुरस्कार-गोल्डन पीकॉक अवार्ड फॉर कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (जीपीएसीएसआर), गोल्डन पीकॉक एचआर एक्सीलेंस अवार्ड (जीपीएचआरईए) और गोल्डन पीकॉक इनोवेशन मैनजमेंट अवार्ड (जीपीआईएमए) प्रमुख थे।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट: 8 घंटे तक लगातार महामंथन, ईडी वर्क्स अंजनी कुमार और ईडी एचआर पवन कुमार भी दे गए मंत्र

इस वर्ष, सचिवालय को गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स के लिए 441 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 172 आवेदन 3-स्तरीय मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद शॉर्टलिस्ट किए गए। इस प्रक्रिया में आवेदन की गुणवत्ता, स्थिरता, पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए समर्पित मूल्यांकन समूहों द्वारा गहन समीक्षा और विश्लेषण किया गया। उन्हें ही अंतिम रूप से चुना गया जिन्होंने उत्कृष्टता और विश्वस्तरीय गुणवत्ता मानकों को बनाए रखा।

ये खबर भी पढ़ें: बोकारो जनरल हॉस्पिटल को सुपर स्पेशलिटी यूनिट बनाने एमओयू साइन, पढ़िए डिटेल

कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी, मानव संसाधन प्रबंधन और नवाचार प्रबंधन (Corporate Social Responsibility, Human Resource Management and Innovation Management) के क्षेत्रों के विशेषज्ञों की एक मूल्यांकन समिति का गठन आवेदनों की गहन समीक्षा हेतु किया गया। प्रत्येक आवेदन का स्वतंत्र रूप से मूल्यांकन किया गया, जिसमें विशेषज्ञों ने प्रस्तुतियों का विस्तृत विश्लेषण किया।

ये खबर भी पढ़ें: बीएसपी बीआरएम हादसे पर हड़कंप, प्लांट में उठी शराबबंदी की आवाज

इसके पश्चात, चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता, स्थिरता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए समिति द्वारा सहकर्मी समीक्षा की गई। इस समग्र प्रक्रिया ने गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स के उच्च मानकों को बनाए रखते हुए कॉर्पोरेट प्रथाओं में उत्कृष्टता को पहचानने पर जोर दिया।

ये खबर भी पढ़ें: एनपीएस और ओपीएस को लेकर छत्तीसगढ़ के विभागों में हलचल, मत कीजिए ये गलती

स्व-मूल्यांकन मापदंडों के आधार पर प्रस्तुत आवेदनों का मूल्यांकन कुल 1000 अंकों में किया गया। अंतिम चयन के लिए 80 प्रतिशत का कट-ऑफ निर्धारित किया गया, ताकि केवल उच्चतम गुणवत्ता वाले आवेदन ही पुरस्कारों के लिए योग्य माने जाएं। शॉर्टलिस्ट किए गए आवेदकों में से, प्रत्येक संबंधित व्यावसायिक क्षेत्र में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले संगठन को जूरी के अंतिम निर्णय के लिए सिफारिश की गई।

ये खबर भी पढ़ें: 265 जोड़े बंधे शादी के बंधन में, गिफ्ट मिला चांदनी का मंगलसूत्र, बीछिया, कपड़े, सूटकेश और घड़ी

इस प्रतिष्ठित जूरी की अध्यक्षता न्यायमूर्ति यू यू ललित, पूर्व मुख्य न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय ने की। इन प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद ही भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel plant) को मानव संसाधन के क्षेत्र में (इस्पात उद्योग क्षेत्र) गोल्डन पीकॉक अवार्ड 2024 के लिए विजेता के रूप में चुना गया।

ये खबर भी पढ़ें: बीएसपी करा रहा आईटीआई भवन निर्माण कार्य, ईडी ने किया भूमिपूजन