Suchnaji

Bhilai Steel Plant: सेक्टर 9 हॉस्पिटल में ऑन कॉल डाक्टरों का पैनल, साढ़े 22 करोड़ में 3D एमआरआई मशीन, 15 मिनट में होगा MRI

Bhilai Steel Plant: सेक्टर 9 हॉस्पिटल में ऑन कॉल डाक्टरों का पैनल, साढ़े 22 करोड़ में 3D एमआरआई मशीन, 15 मिनट में होगा MRI

भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर 9 हॉस्पिटल में लगेगी 22.50 करोड़ की आधुनिक तकनीकी की 3D एमआरआई मशीन।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर 9 में बेहतर सुविधा का विस्तार होने जा रहा है। सेक्टर 9 हॉस्पिटल में 22.50 करोड़ रुपए की आधुनिक तकनीकी की 3D एमआरआई मशीन लगेगी।

बीएसपी वर्कर्स यूनियन (BWU) का प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष उज्ज्वल दत्त के नेतृत्व में पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर 9 अस्पताल पहुंचा। प्रबंधन से कर्मचारियों तथा उनके परिवार को आ रही दिक्कतों की ओर प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट कराया।

AD DESCRIPTION

अध्यक्ष उज्जवल दत्त ने प्रबंधन से हॉस्पिटल में डॉक्टरों के कमी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि स्पेशलिस्ट डॉक्टर एक-एक करके हॉस्पिटल से लगातार रिटायर होते जा रहे हैं। कई अति महत्वपूर्ण विभाग जैसे न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, हृदय रोग विभाग में कोई भी विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं है।

लंबे समय से प्रबंधन के द्वार डॉक्टर की भर्ती नहीं किया जाना, बहुत ही चिंता का विषय है, जबकि हमारे पास अस्पताल में इंफ्रास्ट्रक्चर की कोई कमी नहीं है। फिर भी नई भर्ती करने के बजाय एक-एक करके विभागो का आउटसोर्स किया जा रहा है।

एमआरआई की मशीन जो कि काफी पुराना हो चुका है, ऐसे में आए दिन इसमें तकनीकी खराबी आते रहता है। एमआरआई के लिए लंबी वेटिंग लिस्ट चिंता का विषय है। करोड़ों रुपए की लागत से बनी कैथ लैब का निर्माण किया गया, परन्तु उसके लिए डॉक्टर ही नहीं है।

दवाइयां तक उपलब्ध नहीं

पदाधिकारियों ने थायराईड के जांच में काम आने वाली कमी से हो रही दिक्कतों का मुद्दा उठाया गया। अक्सर संयंत्र के अस्पताल में जीवन रक्षक दवाइयां बीपी, शुगर, कैल्शियम, आयरन की दवाइयां तक उपलब्ध नहीं हो पाती है। वार्ड में काफी सुविधा का अभाव है। अटेंडर के रुकने की उछित व्यवस्था नहीं है। उनके लिए वेटिंग एरिया भी नहीं है, रात उन्हें फर्श पर ही बैठकर गुजारना पड़ता है।

रिटाटर्ड अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए हो ये सुविधा

शौचालय की साफ सफाई की व्यवस्था दूर दुरुस्त किए जाने की अवश्यकता है। भिलाई इस्पात संयंत्र से सेवनिवृत्त हो चुके अधिकारी और कर्मचारियों को हो रही दिक्कतों की से प्रबंधन को अवगत कराया गया। प्रबंधन को इस बात से अवगत कराया गया।

अधिकारी कर्मचारी जो सेवनिवृत्त हो चुके हैं, उनमे से अधिकतर के बच्चे भिलाई से बाहर यहां तक कि विदेश में भी रहते हैं। अस्पताल में इलाज के लिए अकेले ही आते हैं, उनके साथ परिवार का कोई सदस्‍य नहीं होता है।

अकेला चला भी नहीं जाता है। ऐसे में इस दिशा में कुछ सकारात्‍मक पहल किए जाने की अवश्‍यकता है। क्‍या हम ऐसी कोई व्‍यवस्‍था लागू कर सकते हैं, जिसमें ऐसे लोगों के लिए अटेंडर की व्यवस्था कर दी जाए, जो उन्हें कैजुअल्टी से व्हीलचेयर में लेकर डॉक्टर को दिखा कर फार्मेसी से दवाई उपलब्ध करवा कर वापस कैजुअल्टी में छोड़े।

पार्किंग में अवैध वसूली का आरोप

यूनिन पदाधिकारियों ने कहा-पार्किंग में हो रही अवैध वसूली तथा वाद विवाद का जल्दी ही हल निकला जाए। पार्किंग क्षेत्र में शौचालय की व्यवस्था की जाए। इन सारे मुद्दों पर जो यूनियन के द्वार उठाए गए तमाम मुद्दे पर प्रबंधन की ओर से बहुत ही साकारात्मक जवाब दिया गया।

अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि अभी वर्तमान में 50 डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है, जिसमें बीएसपी से रिटायर हो चुके बहुत से स्पेशलिस्ट डॉक्टर को भी काम पर रखा जा रहा है। डॉक्टर का एक पैनल भी तैयार किया जा रहा है।

डॉक्टर का ऐसा पैनल बनाया जा रहा है, जो ऑन कॉल उपलब्ध हो सकें। इस व्यवस्था से डॉक्टरों की कमी को काफी हद तक दूर किया जा सकेगा।

मात्र 15 मिनट में एमआरआई किया जा सकेगा

प्रबंधन ने बताया कि एमआरआई की नई मशीन की खरीददारी 22 करोड़ 50 लाख में किया गया है। यह एमआरआई की मशीन टेस्ला 3डी बहुत ही एडवांस मशीन है। इससे मात्र 15 मिनट में एमआरआई किया जा सकेगा। इससे हम एमआरआई में लगने वाली वेटिंग को खत्म करने में मदद मिलेगी।

विदित हो कि बीएसपी वर्कर्स यूनियन का प्रतिनिधिमंडल बीएसपी के मुखिया निदेशक प्रभारी अनिर्बान दास गुप्ता से सौजन्य मुलाक़ात कर चिकित्सालय के लंबित मुद्दे को उनके समक्ष उठाया था , जिस पर श्री अनिर्बान दास गुप्ता ने इस दिशा मे उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी थी।

अस्पताल में 18 लोग रहेंगे मुस्तैद जो डाक्टर तक ले जाएंगे मरीज

प्रबंधन ने बताया कि वर्तमान में सुलभ संस्था के माध्यम से 18 लोगों की भर्ती किया जाना प्रस्तावित है, जो कि कर्मचारी या उनके परिवार को केजुअल्टी से लेकर डॉक्टर को दिखा कर फार्मेसी से दवाई उपलब्ध कराएगा। उन्हें वापस कैजुअल्टी तक पहुंचाएगा। इसके लिए अनुमोदन की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है।

सेक्टर हॉस्पिटल की बैठक में ये रहे मौजूद

बैठक में भिलाई इस्पात संयंत्र हॉस्पिटल प्रशासन महाप्रबंधक मोहमद शाहिद, बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता, महामंत्री खूबचंद वर्मा, शिवबहादुर सिंह, दिलेश्वर राव, सुरेश सिंह, अमित बर्मन, विमल पांडे, मनोज डडसेना, प्रदीप सिंह, संदीप सिंह, लुमेष कुमार, राजकुमार सिंह, अभिषेक सिंह, नितिन कश्यप, कृष्णा मूर्ति, प्रवीण यादव, रणधीर सिंह, रविशंकर सिंह, रविंद्र सिंह, दानी राम सोनवानी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।