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एसीबी माइनिंग कंपनी को बीएसपी ने रावघाट में आयरन ओर माइनिंग के लिए ठेका दिया है।
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एसीबी माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड ने 32 बंगला स्थित बंगला नंबर 10 को गेस्ट हाउस के लिए आवंटित हुआ था।
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29 अक्टूबर 2018 को दो साल के लिए आवंटित किया गया था। 2 लाख 33 हजार 790 रुपए बकाया है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के भिलाई स्टील प्लांट ने कब्जेदारों के खिलाफ मोर्चा खोला है। रावघाट में खनन के लिए ठेका लेने वाली एसीबी माइनिंग कंपनी पर भी कार्रवाई कर दी गई है।
32 बंगले में मकान आवंटित कराने के बाद किराया नहीं देने पर संपदा न्यायालय के आदेश पर बेदखल कर दिया गया है।
2 लाख 33 हजार 790 रुपए बकाया है। साथ ही 18 ब्याज की राशि भी बीएसपी वसूलेगा। बीएसपी के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट ने शनिवार को बंगला का सारा सामान सड़क पर निकाल कर रख दिया। तमाशबीनों की भारी भीड़ लगी रही।
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गेस्ट हाउस के लिए बंगला हुआ था आवंटित, पढ़ें कब-क्या हुआ
- कोरबा में कोयला खनन करने वाली एसीबी माइनिंग कंपनी को बीएसपी ने रावघाट में आयरन ओर माइनिंग के लिए ठेका दिया है।
- ठेका होने के बाद एसीबी माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड ने 32 बंगला स्थित बंगला नंबर 10 को गेस्ट हाउस के लिए आवंटित कराया।
- 29 अक्टूबर 2018 को दो साल के लिए आवंटित किया गया था। आवंटन की मियाद खत्म होने के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई।
- बंगला खाली नहीं किया गया। बीएसपी ने बंगला खाली करने के लिए नोटिस दिया था। 2023 में 4 नोटिस दिया गया।
- एसीबी कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं देने पर 13 मार्च 2024 को आवंटन रद्द कर दिया गया।
- साथ ही बंगला को खाली कराने के लिए बीएसपी संपदा न्यायालय गई। 14 मई 2024 को केस फाइल किया। बावजूद, एसीबी कंपनी की ओर से कोर्ट में कोई पेश नहीं हो रहा था।
- संपदा न्यायालय से 19 मार्च 2025 को डिक्री पारित हुई। साथ ही बेदखली का रास्ता भी खुल गया। कंपनी पर 2 लाख 33 हजार 790 रुपए बकाया है।
मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में बेदखली कार्रवाई
कार्यपालक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में बीएसपी के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट के मुखिया केके यादव की निगरानी में बेदखली कार्रवाई की गई। 100 लोगों की टीम अभियान में शामिल रही। दोपहर 12 से 3 बजे तक कार्यवाही की गई।
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25 हजार रुपए पर किसी को दे दिया किराए पर
हैरान करने वाली बात यह है कि जब बीएसपी की टीम बेदखली के लिए पहुंची तो वहां मौजूद लोगों ने खुद को कर्मचारी बताया। कहा-यह बंगला 25 हजार रुपए में किराए पर लिया है। इस बात को सुनते ही बीएसपी जीएम स्तर के अधिकारियों का होश उड़ गया।
अधिकारियों ने उच्च प्रबंधन को यह जानकारी दे दी है कि एसीबी कंपनी को आवंटित बंगला ही किराए पर दे दिया गया था। किस व्यक्ति ने किराए पर दिया, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। यह तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा। फिलहाल, बीएसपी ने पहली बार 32 बंगले के किसी आवास पर पहली बार कार्रवाई की है।
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बीएसपी इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट चर्चा में
बीएसपी के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट के मुखिया केके यादव इस वक्त चर्चा में है। एक के बाद एक कार्रवाई की जा रही है। पिछले दिनों सिविक सेंटर स्थित कोचिंग सेंटर, जेपी सीमेंट को आवंटित तार घर को भी सील किया गया है। 786 से अधिक मकान कब्जेदारों से खाली कराया गया है।