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17 सूत्री मांगों पर सभी केंद्रीय श्रम संगठनों ने संयुक्त रूप से 20 मई 2025 को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। 20 मई 2025 की अखिल भारतीय औद्योगिक हड़ताल को सफल बनाने के लिए बोकारो इस्पात संयंत्र में मजदूरों को जगरूप करने का सिलसिला शुरू हो गया है। धमन भट्टी (ब्लास्ट फर्नेस) 1 के रेस्ट रूम में ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता प्रवेश कुमार ने किया।
बैठक को संबोधित करते हुए बोकारो इस्पात कामगार यूनियन एटक के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि देश की मोदी सरकार चार श्रम संहिता देश पर थोप कर मजदूरों को गुलाम बना देगी और सारे अधिकार कार्पोरेट तथा मालिकों के हाथ में देने की योजना है।
इस श्रम संहिता के लागू होते ही मजदूरों को अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने पर भी देश द्रोह का मुकदमा चल सकता हैं। भारत में मजदूर आंदोलन के इतिहास में अर्जित सारे श्रम अधिकार वाले 44 श्रम कानूनों को खत्म कर एवं विधायी प्रक्रिया को भी ठेंगा दिखाकर कोरोना महामारी काल में बनाया गया चार श्रम संहिताओं को निरस्त करने के साथ-साथ 17 सूत्री मांगों पर सभी केंद्रीय श्रम संगठनों ने संयुक्त रूप से 20 मई 2025 को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
मजदूर वर्ग और मेहनतकशों को पूंजी का आधुनिक गुलाम बनाने हेतु श्रमजीवियों पर निरंकुश हमला शुरू है। पूंजीवादी संकट से निपटने के लिए दुनिया में युद्ध और विनाश का वातावरण सृजित किया गया है।
मुख्य रूप से एटक के रामाश्रय प्रसाद सिंह, सीटू केआर के गोराई, एआईयूटीयूसी के सुभाष रजक के अलावा भारत भूषण, मनोज कुमार, प्राण सिंह म़ोईन आलम, ओम प्रकाश राय, साकी इमाम, सहदेव, रहमतुल्लाह एवं वीरेन शामिल हुए।