
- सीटू ने कहा अच्छी नहीं होती है हर चीज में नकारात्मकता।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। कर्मचारियों के बढ़े हुए महंगाई भत्ते का लाभ इस माह की सैलरी से मिलने की उम्मीद अब न के बराबर दिख रही है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के कर्मचारियों के लिए मायूस करने वाली खबर है। इस तरह करीब 500 से लेकर 2000 रुपए इस माह के वेतन में कम आएगा।
सीटू ने कहा कि जनवरी से मार्च 2025 का महंगाई भत्ता बढ़ने के संदर्भ में जानकारी लगभग एक माह पहले ही आ गई थी। किंतु आज 28 जनवरी तक कोई सर्कुलर दिल्ली से प्राप्त नहीं हुआ है, जिसके कारण 1 फरवरी को मिलने वाले वेतन में बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता नहीं मिलेगा।
ज्ञात हो कि भिलाई में सेंट्रल पे रोल सिस्टम है। यहीं से सभी जगह का पेमेंट रन किया जाता है, जिसे हर माह के लगभग 25 तारीख तक रन करने की आवश्यक तैयारी पूरी कर ली जाती है। चूंकि आज 28 जनवरी है। इसीलिए इस माह में बढ़े हुए महंगाई भत्ता को रन कर पाना मुश्किल है। प्रबंधन की तरफ से जवाब दिया जा रहा है कि फिलहाल, पुराने डीए के आधार पर ही सैलरी तैयार की जा रही है।
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ज्ञात हो कि बढ़े हुए महंगाई भत्ता 1.9% को जोड़ने के बाद मौजूदा महंगाई भत्ता 49.6% हो गया है। जैसे ही महंगाई भत्ता 50% पहुंच जाएगा। ग्रेच्युटी के सर्कुलर के अनुसार ग्रेच्युटी की सीमा 20 लाख से बढ़कर 25 लाख हो जाएगा। कर्मी इस बढ़ती हुई महंगाई में कछुए के चाल में बढ़ रहे महंगाई भत्ते को लेकर भी परेशान है।
सेल प्रबंधन की ढिलाई, कर्मचारियों की कहां है भलाई
सीटू के उपाध्यक्ष डीवीएस रेड्डी ने कहा कि हर चीज में नकारात्मकता अच्छी नहीं होती है। किंतु लंबा समय बीत जाने के बाद भी सकारात्मक पहलू ना दिखे और परेशानी जस की तस्वीर बनी रहे तो सोच में नकारात्मकता आना स्वाभाविक है। वर्तमान में प्रबंधन की गतिविधियों के बारे में भी कुछ इसी तरह की स्थितियां है। वेतन समझौता एवं 39 महीने का एरियर लंबित है।
बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लगभग 7 माह बीत जाने के बाद भी समस्याओं से घिरा हुआ है। महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की घोषणा हो जाती है। किंतु बढ़ें हुए महंगाई भत्ता को वेतन में जोड़ने के लिए सर्कुलर जारी नहीं होता।
हड़ताल का आड़ लेकर कर्मियों का प्रमोशन एवं क्वालिफिकेशन बेस अपग्रेडेशन रोक दिया जाता है। तरह-तरह के तर्क देकर हायर पेंशन को लटका दिया जाता है, तो ऐसे में सकारात्मक वाली सोच कैसे मजबूत होगा।
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बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम में आज भी मौजूद है अनेकों खामियां
सीटू महासचिव जेपी त्रिवेदी ने कहा कि बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम की खामियां पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा है। फेस रीड करने के बाद भी कई कर्मियों की उपस्थिति नहीं दिखाने की समस्या यथावत है। हद तो तब हो गई है, जब जनवरी माह का 27 दिन बीत चुका है एवं 28वें दिन सुबह तक अर्जित अवकाश एवं हाफ पे लीव बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम में दिख नहीं रहा था। अर्थात कोई अर्जित अवकाश अथवा हाफ पर लीव लेना चाहे तो वह अभी भर नहीं पा रहा है। ऐसी स्थिति पहले कभी निर्मित नहीं हुई।
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कर्मी मानसिक दबाव में
सुरक्षा से लेकर उत्पादन तक एवं उत्पादन से लेकर मैनपॉवर तक हर जगह समस्याएं बढ़ती जा रही है, जिसके कारण कर्मी मानसिक दबाव महसूस करने लगे हैं। ऐसे में सकारात्मक के दिशा में सोचने एवं काम करने का प्रयास कितना सफल होगा यह देखने वाली बात है