
सीबीटी मीटिंग में PF की ब्याज दरों को घटाने या नहीं बढ़ाने पर चर्चा होगी, पेंशन योजनाओं पर नहीं…।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। केंद्रीय न्यासी बोर्ड-सीबीटी (Central Board of Trustees (CBT) के अस्तित्व पर सवाल उठाए जा रहे हैं। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ (Employees Provident Fund Organization-EPFO) की कार्य प्रणाली पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
ईपीएस 95 पेंशन राष्ट्रीय संघर्ष समिति रायपुर के अध्यक्ष Anil Kumar Namdeo ने कहा-सीबीटी किसके लिए खड़ा है? लगता है लाचार ही नहीं, सीबीटी अपना कोई फैसला लेने में विकलांग है। अब देखो इस समय तक लगभग 10 साल हो चुके हैं। क्या सीबीटी ईपीएस सेवानिवृत्त लोगों के पक्ष में एक भी योग्य निर्णय ले सकता है।
चाहे वह उनकी न्यूनतम पेंशन 1000 बढ़ाने की वास्तविक मांग हो या उच्च पेंशन के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कार्यान्वयन में भेदभाव पर भी हो।
BMS, INTUC, CITU आदि केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि सीबीटी में बैठे हैं क्या… ? सिर्फ सरकार के प्रस्तावों का समर्थन करने के लिए…? जब देश के हजारों सेवानिवृत्त लोगों का ऐसा हाल हो…। उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है, जिन्हें सामाजिक सुरक्षा, हित की सुरक्षित रक्षा और इस देश की कार्यशक्ति के कल्याण पर सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय कहा जाता है।
पेंशनर त्रिपुरारी सरन ने कह-सीबीटी मीटिंग में PF की ब्याज दरों को घटाने या नहीं बढ़ाने पर चर्चा होगी, पेंशन योजनाओं पर नहीं…। बता दें कि सीबीटी की मीटिंग इसी माह के अंत में होने वाली है।
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