
- बीएसपी के लाभार्जन में 70% योगदान के बाद भी ठेका श्रमिकों को नहीं मिल रही है सुविधाएं।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के कार्यकारिणी की बैठक सेक्टर 4 कार्यालय में हुई। ठेका मजदूरों के लंबित विषयों पर चर्चा की गई। संयंत्र में स्थाई प्रकृति के 70% कार्य ठेका श्रमिक कर रहे हैं और सेल के लाभार्जन में बीएसपी की अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। लेकिन उत्पादन, उत्पादकता और लाभार्जन में काम करने वाले श्रमिकों को सुविधा नहीं के बराबर मिल रही हैं।
स्थाई प्रकृति के कार्य के उपरांत भी नहीं मिल रही है सुविधाएं
ठेका श्रमिकों ने बैठक में मांग की है कि हम लोग भी बीएसपी के लाभार्जन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। संयंत्र का अधिकांश कार्य ठेका श्रमिक कर रहा है। लेकिन ठेका श्रमिकों को 5% आवास भत्ता नहीं दिया जा रहा है, जबकि राउरकेला स्टील प्लांट में 5% आवास भत्ता दिया जाता है। ठेका श्रमिकों को उत्पादन अनुरूप मंथली इंसेंटिव, नानफाइनेंशियल मोटिवेशन स्कीम ,रात्रि भत्ता,आवास भत्ता,बच्चों को निशुल्क शिक्षा, मेडिकल की सुविधाएं ,हिट एवं डस्ट अलाउंस दिया जाए।
ठेका श्रमिकों को किया जा रहा है डी ग्रेड
बीएसपी में 10 से 15 साल काम करने के पश्चात भी जो श्रमिक कुशल हैं या अति कुशल श्रमिक हैं, वे भेदभाव का शिकार हो रहे हैं, क्योंकि कम वेतन देना पड़े। डिग्रेड कर दिया जा रहा है। उन्हें कुशल से अर्ध कुशल या अति कुशल से कुशल कर दिया जा रहा है और उनके जगह कम कीमत पर नए श्रमिकों की भर्ती की जा रही है, जबकि उनका कार्य का अनुभव अधिक है। नए श्रमिकों को अनुभव नहीं होने के कारण दुर्घटनाओं की आशंका ज्यादा होती है और शिकायत करने पर किसी भी प्रकार का बहाना बनाकर काम से निकाल दिया जा रहा है।
एचएससीएल के द्वारा ठेका में कार्यरत ठेका श्रमिकों को मिले अनुकंपा नियुक्ति
बीएसपी में छोटे कार्य से लेकर बड़े कार्य का ठेका एचएससीएल कंपनी को दिया जा रहा है। लेकिन सेल के सर्कुलर में जिस श्रमिक का प्रिंसिपल इम्प्लायर बीएसपी है। प्रोजेक्ट को छोड़कर वहीं श्रमिकों को कार्य के दौरान दुर्घटना में मृत्यु होने पर अनुकंपा नियुक्ति दी जाती है। इस संदर्भ में पूर्व में भी निदेशक प्रभारी को पत्र दिया गया है।
इस सर्कुलर के अंतर्गत एचएससीएल के ठेका में कार्यरत श्रमिकों को भी शामिल किया जाए। एचएससीएल द्वारा लिए गए ठेका कार्य का भी आई आर क्लीयरेंस बीएसपी द्वारा किया जाए, जिससे कि ठेका श्रमिकों को पूरा वेतन एवं सुविधाएं और पूरा सीपीएफ मिल सके। आज भी एचएससीएल के ठेका में कार्य करने वाले ठेका श्रमिकों का अंतिम भुगतान 50 करोड़ से ऊपर की राशि एचएससीएल प्रबंधन रखी हुई है, श्रमिकों को नहीं दे रही है।
एचएसएलटी ठेका श्रमिकों को जल्द मिले पेंशन
बीएसपी में वर्षों से कार्य कर रहे एचएसएलटी ठेका श्रमिक संयंत्र की सेवा उपरांत सेवानिवृत हो रहे हैं। लेकिन वर्षों से बीएसपी प्रबंधन एवं रायपुर सीपीएफ ऑफिस में पेंशन के लिए प्रयास कर रहे हैं। लेकिन सरकारी तंत्र के कार्य प्रणाली के कारण अभी तक उनको पेंशन चालू नहीं हो सका है। बीएसपी प्रबंधन इस पर जल्द कार्रवाई कर पेंशन दिलाने के लिए कार्रवाई करें।
अध्यक्ष संजय कुमार साहू ने कहा कि सभी विषयों पर उच्च प्रबंधन से चर्चा कर समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा। ठेका कंपनियों द्वारा पुराने अनुभवी श्रमिकों को निकालने की परंपरा पर रोक लगाने के लिए प्रबंधन से चर्चा की जाएगी।
ऑपरेटिंग अथॉरिटी और ठेका कंपनियों के मनमानी में रोक लगाने के लिए उच्च प्रबंधन से शिकायत किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो श्रमिकों के हक के लिए हर स्तर पर प्रयास किया जाएगा एवं आंदोलन किया जाएगा।
बैठक में सीपीवर्मा दीनानाथ सिंह सार्वा, आर दिनेश, मनोहर लाल, गुरुदेव साहू, जसबीर सिंह, रिखी राम साहू, जय राम ध्रुव, डीपी खरे, संतोष ठाकुर, दामन लाल नारायण, सुरेश दास टंडन, कान्हा, देवेंद्र कुमार साहू, के रामू, राकेश कुमार, यशवंत कुमार, कृष्ण कुमार वर्मा एवं कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।