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BMS की मान्यता काल खत्म होगी नवंबर में, इससे पहले ही सिर फुटव्वल, स्टे की कॉपी मिली BSP GM IR को

BMS की मान्यता काल खत्म होगी नवंबर में, इससे पहले ही सिर फुटव्वल, स्टे की कॉपी मिली BSP GM IR को
  • अरविंद पांडेय गुट के प्रतिनिधि मंडल द्वारा आदेश की सत्यापित काप आईआर विभाग में भी एक ज्ञापन के रूप में सौंप दिया।
  • यूनियन 5 हजार से ज्यादा खर्च नहीं कर सकती। हिसाब न्यायालय को प्रत्येक 2 महीने में प्रस्तुत करना होगा तथा उनका अनुमोदन लेना होगा।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) की मान्यता प्राप्त यूनियन बीएमएस (BMS) में गुटबाजी का दायरा अब और बढ़ गया है। भिलाई इस्पात मजदूर संघ से राम जी गुट के महामंत्री अरविंद पांडे ने इंडस्ट्रियल कोर्ट के पेपर को सार्वजनिक कर दिया है। मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा। इस संबंध में प्रतिनिधि मंडल द्वारा आदेश की सत्यापित काप आईआर विभाग में भी एक ज्ञापन के रूप में सौंप दिया।

अरविंद पांडेय ने जानकारी दी कि यूनियन में 3अक्टूबर 2023 को चुनाव हुआ, जिसमें राम जी सिंह को अध्यक्ष तथा महामंत्री अरविंद सिंह बनाए गए। उसके बाद दूसरे गुट 10 अक्टूबर 2023 को आचार संहिता के दौरान फर्जी तरीके से चुनाव करवाया। जिसके अध्यक्ष राधेश्याम जयसवाल तथा महामंत्री चन्ना केशवलू रहे।

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इस प्रकार दो ई फॉर्म रजिस्टर के पास भेजे गए, जिसमें अनैतिक तरीके से राधेश्याम जयसवाल गुट को रजिस्टार ने मान्यता दी थी। इसके विरुद्ध राम जी सिंह एवं अरविंद पांडे की ओर से औद्योगिक न्यायालय में परिवाद डाला गया था, जो धारा 28 जे के अंतर्गत पंजीयक रायपुर द्वारा एक तरफा फैसला लिया जाना संविधान सम्मत नही है के फलस्वरुप 8 मई 2024 को औद्योगिक न्यायालय रायपुर ने अरविंद पांडे गुट को राहत देते हुए आदेश पारित किया है।

जानिए न्यायालय के आदेश में क्या-क्या लिखा है…

1. उनके द्वारा किसी भी प्रकार की नई नियुक्ति ना की जा सकती है न ही पुरानी नियुक्तियों को रद्द किया जा सकता है।
2. प्रबंधन के साथ किसी भी प्रकार का नीतिगत समझौता नहीं किया जा सकता।
3. यूनियन गतिविधियों को चलाने के लिए 5 हजार से ज्यादा खर्च नहीं किया जा सकता, उसका भी हिसाब न्यायालय को प्रत्येक 2 महीने में प्रस्तुत करना होगा तथा उनका अनुमोदन लेना होगा।

अरविंद पांडेय गुट में जश्न का माहौल

न्यायालय के आदेश पर अरविंद पांडे ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि यह भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारीयों एवं भिलाई इस्पात मजदूर संघ के कर्मठ एवं इमानदार कार्यकर्ताओं की जीत है, जिन्होंने बीआईएमएस का अगुवा बनकर सिर्फ दलाली की और यूनियन कार्यालय को किराये पर देकर अनैतिक कार्य किया है।

भारतीय मजदूर संघ जैसे राष्ट्रीय संगठन को बदनाम किया है। यह निर्णय उनके मुंह पर तमाचे जैसा है। भिलाई इस्पात मजदूर संघ के कर्मठ कार्यकर्ता भारतीय मजदूर संघ के विचारधारा पर चलते हुए कर्मचारियों के हितों की लड़ाई के लिए संघर्ष करता रहेगा।

कुछ अनैतिक लोगों ने भारतीय मजदूर संघ को बदनाम करने की जो साजिश रखी है उनको बेनकाब किया जाएगा। राधेश्याम जायसवाल एवं चन्ना केशवलू अपनी मनमानी कर बीएमएस जैसे संगठन को खत्म कर देना चाहते हैं, जिसे हम हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे।

प्रदेश भारतीय मजदूर संघ से एवं भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन से अपील है कि अनैतिक गतिविधियों पर लगाम लगाते हुए उचित कार्रवाई करें।