भारतीय स्टेट बैंक का भगौड़ा कैशियर गिरफ्तार, अच्छी खासी नौकरी थी, 11 करोड़ के लालच से जिंदगी बर्बाद

Fugitive cashier of State Bank of India arrested, had a good job, career ruined due to greed
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एक भगोड़े आरोपी कैश ऑफिसर राजेश कुमार मीना को गिरफ्तार किया है। जांच अब भी जारी है।
  • अदालत ने आरोपी को आगे की पूछताछ/जांच के लिए 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) (Central Bureau of Investigation (CBI)) के हत्थे भगौड़ा कैशियर चढ़ गया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई (CBI) लगातार एक्शन में है। अच्छी खासी बैंक की नौकरी थी। लालच ने ऐसा तंग किया कि कैशियर को भ्रष्टाचारी बनना पड़ा। 11 करोड़ की धोखाधड़ी और गबन तक किया। मामला सीबीआई के पास पहुंचा और उसे दबोच लिया गया।

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सीबीआई ने 11 करोड़ रुपये के सिक्का धोखाधड़ी/गबन मामले में पिछले दिनों भारतीय स्टेट बैंक, बीओ, मेहंदीपुर बालाजी, जिला करौली, (राजस्थान) के एक भगोड़े कैशियर/कैश ऑफिसर को गिरफ्तार किया है।

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केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) (Central Bureau of Investigation (CBI)) ने एक भगोड़े आरोपी राजेश कुमार मीना को गिरफ्तार किया है, जो भारतीय स्टेट बैंक, बीओ, मेहंदीपुर बालाजी, जिला करौली (राजस्थान) के कैशियर/कैश ऑफिसर थे। वह 11 करोड़ रुपये (लगभग) के सिक्का धोखाधड़ी/गबन मामले में मुख्य आरोपी है।

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सीबीआई ने 13.04.2022 को पुलिस स्टेशन टोडाभीम, जिला करौली (राजस्थान) की एफआईआर संख्या 370/2021 की जांच अपने हाथ में लेते हुए अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला फिर से दर्ज किया था। यह मामला उच्च न्यायालय राजस्थान, जयपुर बेंच के 04.03.2022 के आदेश के अनुपालन में पारित किया गया था।

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यह आदेश स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) की एसबी आपराधिक रिट याचिका के मामले में इसके नियंत्रक, नियंत्रण कार्यालय, क्षेत्र सवाई माधोपुर बनाम राजस्थान राज्य के माध्यम से पारित किया गया था। सीबीआई द्वारा दिनांक 08.04.2025 को उक्त आरोपी और अन्य बैंक अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ आईपीसी और पीसी अधिनियम के तहत अपराधों के लिए सक्षम माननीय न्यायालय के समक्ष आरोप पत्र दायर किया गया था।

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उक्त आरोपी राजेश कुमार मीना और अन्य के खिलाफ आगे की जांच खुली रखी गई थी। इस बीच, मुख्य आरोपी आपराधिक कार्यवाही से बचने के लिए वर्ष 2022 से फरार/छिपा हुआ था और जांच में कभी पेश नहीं हुआ।

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निरंतर निगरानी और कठोर प्रयासों के बाद, आरोपी राजेश कुमार मीना को सीबीआई द्वारा 09.04.2025 को गांव भेसीना, तहसील वैर, जिला भरतपुर (राजस्थान) से गिरफ्तार किया गया और उसे विशेष न्यायाधीश, सीबीआई मामले-01, जयपुर की अदालत के समक्ष पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को आगे की पूछताछ/जांच के लिए 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था।

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