
- यूनियन ने दुर्गापुर एवं राउरकेला इस्पात संयंत्र के सर्कुलर को प्रबंधन को दिया।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। लोकतांत्रिक इस्पात एवं इंजीनियरिंग मजदूर यूनियन लोईमू (Loktantrik Ispat Evam Engineering Mazdoor Union Loimu) ने भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) के नगर सेवाएं विभाग (Municipal Services Department) के मुख्य महाप्रबंधक से मिलकर बड़ी मांग की है। टाउनशिप में 650 स्क्वायर फीट के क्वार्टर को दुर्गापुर एवं राउरकेला इस्पात संयंत्र (Durgapur and Rourkela Steel plant) के तर्ज पर लाइसेंस पद्धति में देने का ज्ञापन दिया गया।
महासचिव सुरेंद्र मोहंती का कहना है कि भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) अपनी स्थापना से ही कार्मिकों के कुशल कार्य संस्कृति, कर्तव्य निष्ठा, मापक क्षमता से भी ज्यादा उत्पादन एवं उत्पादकता में लाभ अर्जित करते हुए सेल का ध्वजवाहक इकाई रहा है।
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अपने गौरवशाली परंपरा से हमने 11 बार प्रधानमंत्री ट्रॉफी जीता है। इस्पात उत्पादन में हमने विश्व में भारत द्वारा दूसरा स्थान हासिल किया है। और इसे शिखर पर पहुंचाने का जज्बा भी रखते हैं। कार्मिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए लोईमू यूनियन मांग करती है कि कर्मियों को 650 स्क्वायर फीट के क्वार्टरों को दुर्गापुर, राउरकेला, इस्पात संयंत्र के तर्ज पर लाइसेंस पद्धति पर क्वार्टर दिया जाए।
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जहां पर क्रमशः 618, 650स्क्वायर फीट Build Up Area के क्वार्टर को 33 महीने के लाइसेंस पद्धति पर दिया गया है। इसके पूर्व भी लोईमू यूनियन द्वारा 19 अप्रैल 2023 को सेल अध्यक्ष सोमा मंडल एवं डायरेक्टर इंचार्ज को ज्ञापन दिया गया, जिसमें डायरेक्टर इंचार्ज ने आश्वासन दिया था कि आवास लाइसेंस पर निर्णय जल्द ही होगा।
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इसके बाद 17 सितंबर 2024 को केंद्रीय इस्पात मंत्री एचडी कुमार स्वामी को भी ज्ञापन दिया गया, जिसमें उन्होंने सेल अध्यक्ष एवं डायरेक्टर इंचार्ज को इसे जल्द सुलझाने को कहा। इससे भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) को राजस्व की प्रति भी होगी एवं टाउनशिप की संस्कृति जिसमें भारत के लगभग सभी राज्यों से लोग आकर बसे हैं।
भिलाई को Education Hub भी माना जाता है। इसी टाउनशिप से बहुमुखी प्रतिभाओं ने देश और विदेश में भिलाई का नाम रोशन किया है। भिलाई इस्पात संयंत्र में नई भर्ती न के बराबर होने के कारण धीरे-धीरे टाउनशिप उजाड़ होता जा रहा है।
भिलाई को एवं इसकी संस्कृति को बचाने के लिए यूनियन यह मांग करती है कि यथाशीघ्र 650 स्क्वायर फीट के आवासों को लाइसेंस पद्धति में दिया जाए। ज्ञापन देने वालों में देवेंद्र सोनी, सुरेंद्र मोहंती, चंद्रकला तारम, अभिषेक यादव, बीबी सिंह,ओमनाथ नेताम, राजेश्वर साहू, लखन संगोले, जयप्रकाश नायर शामिल थे। यूनियन ने दुर्गापुर एवं राउरकेला इस्पात संयंत्र के सर्कुलर को प्रबंधन को दिया।