
- भिलाई इस्पात संयंत्र में तीन स्थानों पर मॉक ड्रिल का सफल आयोजन
- सेक्टर-10 रेल चौक व सूर्या मॉल में भी मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट की रिहर्सल की गई।
- सूर्या मॉल में घायल लोगों के लिए सेक्टर 9 हॉस्पिटल में इलाज की व्यवस्था की गई।
- बीएसपी के डाक्टरों की टीम सेक्टर 9 हॉस्पिटल के इमरजेंसी गेट पर ही मुस्तैद रहे।
- इस आयोजन के माध्यम से जनता को जागरूक किया गया।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र (SAIL – Bhilai Steel Plant) में राज्य शासन के निर्देश पर नेशनल डिज़ास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ), एसडीआरएफ, सीआईएसएफ एवं बीएसपी द्वारा संयुक्त रूप से द्वारा आपदा प्रबंधन को मजबूती प्रदान करने हेतु संयंत्र के तीन स्थानों मानव संसाधन विकास विभाग, रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल तथा ब्लास्ट फर्नेस-7 के सामने वेलफेयर बिल्डिंग में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
मॉक ड्रिल अभ्यास में युद्ध/हवाई हमले व दुर्घटना के दौरान बचाव कार्य से लेकर दुर्घटना पर काबू पाने जैसे कार्यों को मॉक ड्रिल के माध्यम से बखूबी अंजाम देते हुए योजनाबद्ध अभ्यास को पूर्ण किया गया।
इस डिज़ास्टर मैनेजमेंट के अभ्यास के दौरान मॉक ड्रिल प्रारंभ होते ही आपात स्थिति निर्मित हुई और इंसीडेंट कंट्रोलर के रूप में विभाग के महाप्रबंधक ने कार्यस्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और घटना की जानकारी तत्काल संबंधित एजेंसियों को दी।
आपात स्थिति तथा लोगों के घायल होने की जानकारी मिलते ही खतरे की घंटी बजी और एनडीआरएफ के साथ शामिल बीएसपी की विभिन्न एजेंसियां सक्रिय हो गई। इस अभ्यास के दौरान बीएसपी के फायर ब्रिगेड, सेफ्टी इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, ऊर्जा प्रबंधन विभाग, सीआईएसएफ, आक्यूपेशनल हेल्थ सर्विसेस विभाग, सिविल डिफेन्स तथा विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी दिखाई।
इस मॉक ड्रिल में संयंत्र के कार्मिक विभाग के मार्गदर्शन में आईआर विभाग, मानव संसाधन विकास विभाग, संपर्क, प्रशासन एवं जनसंपर्क विभाग सहित अन्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सक्रिय रूप से संलग्न रहे। इस मॉक ड्रिल कार्यक्रम पर संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारी निरन्तर नज़र रखे रहे और पूरे समय मॉक ड्रिल में लगी टीम का उत्साहवर्धन करते रहे।
एनडीआरएफ टीम व फायर ब्रिगेड टीम ने मिलकर अंदर फंसे घायलों को बाहर निकाला और समुचित प्रथमोपचार प्रदान कर उन्हें एम्बुलेंस के माध्यम से तत्काल अस्पताल भेजा गया। इस दौरान विभिन्न कार्यवाही को प्रोटोकॉल के अनुरूप अंजाम दिया गया।
इस आपदा अभ्यास में उन सभी गतिविधियों की क्लोज मॉनिटरिंग की गई और इस दौरान विभिन्न खामियों को भी नोट किया गया। इस मॉक ड्रिल अभ्यास को संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी देखरेख में संपादित करवाया।
इसी कड़ी में पुलिस प्रशासन द्वारा जिला प्रषासन के सहयोग से सेक्टर-10 स्थित रेल चौक व सूर्या मॉल में भी मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट की रिहर्सल की गई। इस आयोजन के माध्यम से जनता को जागरूक किया गया।
आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिये नागरिकों को तैयार करने और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के उद्देश्य से आज दिनांक 7 मई 2025 को सायं 4.00 बजे पर आपातकालीन स्थितियां निर्मित की गयी, जो ऑल क्लियर सिग्नल बजने तक जारी रही। ‘रेड अलर्ट’ सायरन बजने के साथ ही मॉक ड्रिल अभ्यास प्रारंभ हुई और ‘ऑल क्लियर’ सायरन बजने के साथ समाप्त की गई।
मॉकड्रिल के दौरान नागरिकों को अपने घरों में कोनो में खड़े होने या जमीन पर लेटने व लेटते समय अपने दांतों के बीच कपड़े या रुमाल दबा कर रखने एवं दोनों कानों को हाथ से ढककर रखने की अपील की गई थी।
संयंत्र परिसर में भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) द्वारा आयोजित मॉक ड्रिल का उद्देश्य संयंत्र की आपातकालीन प्रतिक्रिया तैयारियों का आकलन करने, त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने और कर्मचारियों को विभिन्न आपातकालीन परिदृश्यों से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना था।
भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन (Bhilai Steel Plant Management), सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और यह मॉक ड्रिल संयंत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से किए जाने वाले उपायों का एक हिस्सा है। इस राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल के तहत भिलाई इस्पात संयंत्र में आयोजित अभ्यास में संबंधित विभागों के सभी कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। यह हमें किसी भी आपात स्थिति के लिए बेहतर ढंग से निपटने तैयार रहने में मदद करेगा।”