SAIL और John Cockerill India ने नवाचार और हरित इस्पात प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने किया एमओयू साइन

SAIL and John Cockerill India sign MoU to promote innovation and green steel technologies
सेल के निदेशक (वित्त) अनिल कुमार तुलसियानी और जॉन कॉकरिल इंडिया लिमिटेड के माइकल कोटास ने समझौते पर साइन किया।
  • सेल उन्नत, टिकाऊ प्रौद्योगिकियों को अपनाकर पारंपरिक लौह और इस्पात निर्माण प्रथाओं को बदलने के लिए प्रतिबद्ध है।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) (Steel Authority of India Limited-SAIL), एक महारत्न और भारत की सबसे बड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात उत्पादक कंपनी ने मुंबई में जॉन कॉकरिल इंडिया लिमिटेड (जेसीआईएल), वैश्विक जॉन कॉकरिल समूह की भारतीय शाखा के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

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इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों, व्यापक उद्योग विशेषज्ञता और नवाचार और स्थिरता के लिए साझा दृष्टिकोण सहित दोनों कंपनियों की संयुक्त शक्तियों का लाभ उठाना है। सेल के निदेशक (वित्त) अनिल कुमार तुलसियानी और जॉन कॉकरिल इंडिया लिमिटेड (John Cockerill India Limited) के धातु प्रभाग के प्रबंध निदेशक माइकल कोटास ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

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इस सहयोग के फोकस क्षेत्र कार्बन स्टील, ग्रीन स्टील और सिलिकॉन स्टील (Green Steel and Silicon Steel) के लिए कोल्ड रोलिंग और प्रसंस्करण होंगे-विशेष रूप से सीआरजीओ (कोल्ड रोल्ड ग्रेन ओरिएंटेड (Cold Rolled Grain Oriented)) और सीआरएनओ (कोल्ड रोल्ड नॉन-ओरिएंटेड) स्टील्स।

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इसके अतिरिक्त, साझेदारी का उद्देश्य लौह और इस्पात निर्माण प्रक्रियाओं में हरित प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करना और दक्षता और स्थिरता को बढ़ाने के लिए उन्नत इस्पात निर्माण प्रौद्योगिकियों को शामिल करना है।

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सेल उन्नत, टिकाऊ प्रौद्योगिकियों को अपनाकर पारंपरिक लौह और इस्पात निर्माण प्रथाओं को बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्बन उत्सर्जन को कम करने और संसाधन दक्षता में सुधार करने पर दृढ़ ध्यान देने के साथ, सेल अपने परिचालन को एक गतिशील बाजार की उभरती मांगों के साथ संरेखित कर रहा है और एक हरित, अधिक टिकाऊ भविष्य में योगदान दे रहा है।

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