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SAIL बोनस: साहब…खारिज कर दीजिए बोनस का फॉर्मूला, नहीं चाहिए इससे रकम

SAIL बोनस: साहब…खारिज कर दीजिए बोनस का फॉर्मूला, नहीं चाहिए इससे रकम
  • सेल कर्मचारियों के लिए तय किए गए बोनस फॉर्मूले को लेकर बोकारो अनाधिशासी कर्मचारी संघ ने डायरेक्टर पर्सनल को भेजा पत्र।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited)-सेल (SAIL) के कर्मचारियों ने एक बार फिर बोनस को लेकर घेराबंदी शुरू कर दी है। निदेशक कार्मिक को पत्र लिखकर बोनस फॉर्मूला को निरस्त करने की मांग की। मात्र तीन यूनियनों के प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर से बनाए गए SPIS (SAIL performance Incentive Scheme) फॉर्मूले को रद्द करने की मांग की है। उत्पादन और लाभ के आधार पर नया SPIS फॉर्मूला लागू करने के लिए आवेदन भेजा है।

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बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हरिओम ने कहा कि 8 फरवरी 2023 को NJCS सब कमेटी में तीन यूनियनों के बहुमत से SPIS  को मंजूरी दी गई है। एनजेसीएस संविधान के अनुसार उक्त फॉर्मूले को लागू नहीं माना जा सकता है, क्योकि एक तो उसमे पांचों प्रमुख यूनियन प्रतिनधियों के साथ सर्वसम्मती (Consensus)  नहीं बनी थी। केवल तीन यूनियन प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किया था। वहीं, SPIS सब कमेटी में गुप्त मतदान के माध्यम से निर्वाचित चार यूनिटों के प्रतिनिधियों में से एक की भी भागीदारी नहीं थी।

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SPIS सब कमेटी में शामिल सभी नेता या तो नॉमिनेटेड थे या उस यूनिट से तथाकथित रिकॉगनाईजेशन यूनियन के प्रतिनिधि थे। जहां, न्यायालीन प्रक्रिया के कारण वर्षों से यूनियन चुनाव नहीं हो रहा है।

वहीं, उक्त फॉर्मूले को काफी जटिल बनाया गया है, जिसमे महंगाई भत्ता से लेकर कई तरह का फैक्टर को शामिल किया गया है। उक्त फॉर्मूले में लाभ का बैरियर भी लगाया गया है, जो कि नियम संगत नहीं है।

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 3 में से किसी एक फॉर्मूले में चयन करें

1. पहला फॉर्मूला

एक वर्ष के बेसिक तथा डीए का 8.33% SPIS हो + प्रोडक्शन / टर्नओवर /मुनाफा मे रिकॉर्ड बनने पर स्पेशल इंसेंटिव

न्यूनतम बोनस-एक माह का डीए बेसिक + स्पेशल बोनस

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2. दूसरा फॉर्मूला

EBITDA की 5% राशि SPIS राशी+प्रोडक्शन/टर्नओवर /मुनाफा मे रिकॉर्ड बनने पर स्पेशल इंसेंटिव

उदाहरण

EBITDA-9379 करोड़ रुपया का 5% = 468.95 करोड़ रुपया

वित्त वर्ष 2022-23 मे प्रोडक्शन तथा टर्नओवर का रिकॉर्ड बनने पर-100 करोड़ रुपया

कुल SPIS राशी = 468.95+100 करोड़ = 568.95 करोड़ रुपया

गैर कार्यपालक कर्मियो की संख्या (01 अप्रैल 2023 तक)-49196

प्रति कर्मचारी एसपीआईएस = 568.95cr÷49196= 115656 रुपया

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चूंकि सेल गैर कार्यपालक कर्मचारी सिर्फ उत्पादन मे ही प्रत्यक्ष भागीदार है। वहीं, प्रबंधकीय निर्णयों में उनकी कोई भागीदारी नहीं होती। वहीं, किसी भी कंपनी की उत्पादन के बाद आमदनी की वास्तविक तस्वीर EBITDA से प्रदर्शित होती है। अतः सेल का वार्षिक EBITDA की 5% की राशि को कुल SPIS राशि बनाया जाए।

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3. तीसरा फॉर्मूला

कुल SPIS राशि=प्रोडक्शन की 70% हिस्सेदारी+EBITDA की 30% हिस्सेदारी

उदाहरण-पहला भाग

वित्त वर्ष 2022-23

क्रूड स्टील प्रोडक्शन-18.29 मिलियन टन

18.29 मिलियन टन का 70% =12.803 मिलियन टन

प्रति टन 500 रुपया  =640.15 करोड़

इसको प्रोडक्शन लक्ष्य के हिसाब से भी बाँटा जा सकता है ।

उदाहरणार्थ लक्ष्य का

70% प्रोडक्शन होने पर-200 प्रति टन

80% पर -300 प्रति टन

90% पर -400 प्रति टन

100% या अधिक होने पर -500 प्रति टन

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दूसरा भाग

EBITDA (2022—23) -9379 करोड़ का 30% =2813.7 करोड़

EBITDA का हिस्से का 5% राशि = 140.685 करोड़ रुपया

कुल SPIS फंड = पहला भाग+दूसरा भाग

= 640.15+140.685

= 780.835 करोड़ रुपया

गैर कार्यपालक कर्मचारियो की संख्या (01 अप्रैल 2023 तक) -49193

प्रति कर्मचारी औसत एसपीआईएस=780.835cr ÷49193 = 158728 रुपया

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इसके अतिरिक्त पांचों इंटीग्रेटेड यूनिट में से किसी भी इंटीग्रेटेड यूनिट में शून्य दुर्घटना लक्ष्य हासिल हो तो उस यूनिट को 10 करोड़ रुपया स्पेशल इंसेंटिव राशि दी जाए।

एक आसान फिक्सड SPIS फॉर्मूला इसलिए जरूरी है क्योंकि

1. आसान फॉर्मूले से प्रत्येक कर्मचारी दिए गए उत्पादन लक्ष्य को दिमाग मे रखकर काम करेगा कि अगर टारगेट पुरा करते है तो हमे SPIS बेहतर मिलेगा।

2. कर्मचारी एक दूसरे को उत्पादन लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।

3. वहीं, अगस्त माह में अगर SPIS राशि पर यूनियनों से समझौता हो जाता है तो मानसून से प्रभावित दूसरे तीमाही में प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए कर्मचारी खुद प्रेरित होंगे।

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एक नजर सेल की उत्पादन क्षमता, लेबर प्रोडक्टिविटि में वृद्धि पर

वित्त वर्ष क्रूड स्टील  लेबर प्रोडक्टिविटी

(मिलियन टन)(प्रति टन प्रति कर्म.)

2012-13  13.417   258

2022-23    17.37     521

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उपरोक्त आंकड़ों से स्पष्ट है कि एक दशक मे घटते मैनपावर के बावजुद सेल गैर कार्यपालक कर्मियों ने क्रूड स्टील के उत्पादन में 3.96 मिलियन टन की बढ़ोतरी किया है। वहीं, उत्पादन बढ़ाने से सेल कर्मियों की लेबर प्रोडक्टिविटी भी एक दशक में 263 टन क्रूड स्टील प्रति कार्मिक प्रति वर्ष बढ़ गया है।

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महासचिव दिलीप कुमार ने कहा कि डायरेक्टर पर्सनल से अनुरोध किया गया है कि देश मे चल रहे अमृत काल को ध्यान मे रखकर तथा बोकारो इस्पात संयंत्र के कार्मिकों की मेहनत का प्रतिफल को उनके वार्षिक SPIS में देने की व्यवस्था करें। हमारी यूनियन द्वारा सुझाई गई फॉर्मूले में से किसी एक को अंगीकार कर बोकारो इस्पात संयंत्र के कार्मिको के बीच हर्ष का माहौल लाएं।

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