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जगन्नाथ मेला 2023: बीमारी के बाद अब नेत्र उत्सव, महाप्रभु मौसी के घर जाने को तैयार, रथयात्रा में आप भी आइए

जगन्नाथ मेला 2023: बीमारी के बाद अब नेत्र उत्सव, महाप्रभु मौसी के घर जाने को तैयार, रथयात्रा में आप भी आइए

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। श्री जगन्नाथ मंदिर सेक्टर-4 में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महाप्रभु जगन्नाथ जी की 54वां रथयात्रा महोत्सव 2023 मनाया जा रहा है। सोमवार को महाप्रभु का नेत्र उत्सव कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया।

श्री जगन्नाथ मंदिर, सेक्टर 4 में नेत्र उत्सव का आयोजन पंरम्परा अनुसार किया गया। देव स्नान पूर्णिमा के पश्चात लंबी बीमारी के बाद आज महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के मंदिर के पट खोले गए। नेत्र उत्सव के पारम्परिक पूजा अर्चना हवन-पूजन के पश्चात् मंगलध्वनि व घंटावादन के साथ श्रद्धालुओं ने प्रभु का प्रथम दर्शन किया। नेत्र उत्सव के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने महाप्रभु के नवयौवन रूप का दर्शन किया।

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उत्सव को सफल बनाने में इनका है योगदान

इस उत्सव को सफल बनाने में जगन्नाथ समिति के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सतपथी व महासचिव सत्यवान नायक सहित समिति के पदाधिकारी भीम स्वांई, त्रिनाथ साहू, अनाम नाहक,बसंत प्रधान, डी त्रिनाथ, बीसी बिस्वाल, वृंदावन स्वांई, सुशान्त सतपथी, प्रकाश दास, कालू बेहरा, निरंजन महाराणा, रंजन महापात्र, प्रकाश स्वांई,एस सी पात्रो,जगन्नाथ पटनायक,रवि स्वांई, बीस केशन साहू, कवि बिस्वाल, सीमांचल बेहरा,वी के होता,हिमांशु शांती,सुदर्शन शांती, संतोष दलाई, श्याम दलाई, कैलाश पात्रो ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।इस उत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे। भारी भीड़ के मध्य सम्पन्न नेत्र उत्सव के पश्चात महाप्रभु मौसी के घर जाने के लिए तैयार हुए।

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश करेंगे छेरा पंहरा

महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा मंगलवार को दोपहर 1.30 बजे सेक्टर-4,सड़क-15 में स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर से प्रारंभ होकर सेंट्रल एवेन्यु होते हुये सेक्टर-10 में निर्मित गुंण्डिचा मंडप में पंहुचेगी। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं उच्च शिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय के करकमलों से छेरा पंहरा का धार्मिक अनुष्ठान संपंन्न किया जाएगा।

पुरी में यह परम्परा पुरी के महाराज सम्पन्न करते है। अतः सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि इस पवित्र व महत्वपूर्ण कार्यक्रम को सम्पन्न करने हेतु मंदिर प्रांगण में दोपहर 1.30 बजे उपस्थित होकर महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी का पुण्य दर्शन प्राप्त करें।