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कथक हो या छत्तीसगढ़ी, सब थिरके, नूतन से मधुबाला तक की यादों में खोए

कथक हो या छत्तीसगढ़ी, सब थिरके, नूतन से मधुबाला तक की यादों में खोए
  • समिति ने ठान लिया है कि आने वाले समय में महिला सशक्तिकरण के लिए काम करेंगी।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। आराध्य दुर्गा जन कल्याण समिति द्वारा महिला दिवस मनाया गया। महिलाओं का सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में भिलाई इस्पात संयंत्र की जीएम बोनिया मुखर्जी, स्नैह संपदा की संस्थापक पीआर सिरके, पुलिस विभाग से प्रभा तिवारी, सुमन कन्नौजे, स्किन स्पेशलिस्ट डॉ. रिद्धि अरोड़ा,रानी तिवारी, दिव्या गुप्ता, सुमन ठाकुर, निर्मला जैन, सीमा साहू, आशा यादव का समिति द्वारा सम्मान किया गया।

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समिति में रंगारंग कार्यक्रम हुए। पंजाबी गाने पर चांदनी, विनीता, सुषमा ने समा बांधा। पुराने गानों पर रेखा सिंह, मीनू पांडे, नीतू सिंगर, रंजू तिवारी, रेखा साहू, रागिनी ने नूतन से मधुबाला तक की याद दिला दी। नारी शक्ति पर शैला, नीतू साहू ने प्रस्तुति दी।

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क्लासिकल कथक में कीर्ति कश्यप ने समा बांधा। जूली गुप्ता ने अपने नृत्य में बताया कि नारी कमजोर नहीं शक्ति का नाम ही नारी है। छत्तीसगढ़ी नृत्य से श्वेता देशमुख, डॉली करमाकर, पद्मा साहू, लता नायक, रूपेश ने सबका मन मोह लिया। स्वाति परमार, स्नेहा सिंह ने भी अपनी प्रस्तुति दी। मंच का संचालन मंजू घोष ने किया।

समिति की अध्यक्ष अर्चना सहारे ने बताया कि महिला दिवस मनाने के साथ साथ समिति को एक वर्ष पूर्ण हुए और इस दौरान समिति ने बहुत से सराहनीय कार्य किए।
समिति का लक्ष्य-नारी का सम्मान, उनको ऊंचाइयों तक पहुंचाना, जरूरतमंदों की मदद करना और मुश्किल की घड़ी में एक जुट होकर साथ देना।

समिति ने ठान लिया है कि आने वाले समय में महिला सशक्तिकरण के लिए काम करेंगी, जिससे वे सभी आगे बढ़ सकें। समिति की संरक्षिका प्रतिभा सिंह, सचिव दिव्य सिंह ने भी महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए कहा कि समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं को आगे आना चाहिए।

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