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SAIL नहीं बुला रहा NJCS सब-कमेटी की मीटिंग, न जाने कब होगा वेतन समझौता

SAIL नहीं बुला रहा NJCS सब-कमेटी की मीटिंग, न जाने कब होगा वेतन समझौता
  • बीएसपी में कार्य कर रहे सभी श्रमिक तीनों पाली में संयंत्र के उत्पादन एवं रखरखाव में कार्य कर रहे हैं। उन्हें अकुशल, अर्ध कुशल, कुशल एवं अति कुशल श्रमिकों का मूल वेतन निर्धारण किया जाए।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के ठेका मजदूरों की समस्या समाधान के लिए प्रबंधन पर दबाव बनाने पर जोर दिया जा रहा है। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के कार्यकारिणी की बैठक में समस्याओं पर चर्चा की गई। अध्यक्ष संजय कुमार साहू द्वारा सेल प्रबंधन से मांग की गई एनजेसीएस के सब कमेटी की बैठक जल्द बुलाकर ठेका श्रमिकों का वेतन समझौता जल्द किया जाए।

75 महीना बीत जाने के बाद भी सेल का वेतन समझौता पूर्ण नहीं हो पाया है। 2012 में हुए वेतन समझौता में ठेका श्रमिकों के लिए एडब्ल्यूए 1300 रुपए की बढ़ोतरी की गई थी और पहले 1000 रुपये एडब्ल्यूए मिलता था। कुल मिलाकर 2300 रुपये एडब्ल्यूए हुआ था। लेकिन भिलाई इस्पात संयंत्र में सभी श्रमिकों को न्यूनतम वेतन ही पूरा नहीं मिलता और ना ही ए डब्ल्यू ए दिया जाता है।

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सेल प्रबंधन द्वारा ठेका श्रमिकों के लिए न्यूनतम वेतन निर्धारण किया जाए। उपाध्यक्ष सीपी वर्मा ने कहा कि बीएसपी में कार्य कर रहे सभी श्रमिक तीनों पाली में संयंत्र के उत्पादन एवं रखरखाव में कार्य कर रहे हैं। उन्हें अकुशल, अर्ध कुशल, कुशल एवं अति कुशल श्रमिकों का मूल वेतन निर्धारण किया जाए।

महंगाई भत्ता, मूल वेतन के आधार पर बढ़ाया जाए। नियमित कर्मचारी की भांति प्रतिवर्ष इंक्रीमेंट भी दिया जाए, जिससे संयंत्र में कार्य कर रहे श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा के रूप में समान काम समान वेतन की तरह एक सम्मानजनक राशि मिले, जिससे कुशल एवं तकनीकी रूप से दक्ष श्रमिक संयंत्र के उत्पादन एवं रखरखाव में सही तरीके से योगदान दे सकें। वेतन के कारण तकनीकी रूप से दक्ष श्रमिक संयंत्र को छोड़कर ना जाएं।

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स्थाई प्रकृति के कार्य में काम कर रहे श्रमिकों को एक सम्मानजनक वेतन एवं सुविधाएं दिया जाए। उपाध्यक्ष आर दिनेश ने कहा संयंत्र के स्थाई प्रकृति के कार्य में तीनों पाली में कार्य कर रहे श्रमिकों को एक सम्मानजनक वेतन के साथ रात्रि भत्ता, साइकिल एलाउंस, आवास भत्ता, बच्चों के लिए शिक्षा सामाजिक सुरक्षा के रूप में वेतन सुनिश्चित एवं सुविधाओं को संयंत्र के अंदर हो रहे ठेका की राशि में जोड़ा जाए। जिससे पूर्ण रूप से उत्पादन कर रहे श्रमिकों को सम्मानजनक वेतन एवं सुविधाएं मिले।

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बीएसपी के सभी ठेका श्रमिकों को मिले पूरा वेतन एवं एडब्ल्यूए

बीएसपी कई विभागों में कार्य कर रहे श्रमिकों को सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन एवं एडब्ल्यूए की राशि कागज में दिखाई जाती है। पैसा वापस ले लिया जाता है। लेकिन वास्तविक रूप से उन्हें 290, 350, 390 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से दिया जा रहा है। इंटक यूनियन ने भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन से मांग किया है कि राजहरा माइंस की तरह बीएसपी के श्रमिकों को भी पूरा वेतन वास्तविक रुप से दिया जाए। सुविधाओं के साथ वेतन में बढ़ोतरी करते हुए बीएसपी के श्रमिकों को 21000 रुपए से 28000 रुपए प्रतिमाह वेतन मिले।

स्टील ठेका श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष संजय कुमार साहू ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र में ठेका श्रमिक यूनियन के साथ सदस्यता लेकर संगठित हो रहे हैं। सभी समस्याओं को बीएसपी के उच्च प्रबंधन एवं सेल प्रबंधन को अवगत कराया जा रहा है। श्रमिकों के समस्याओं एवं वेतन एवं अन्य सुविधाओं के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन से लगातार चर्चा की जा रही है, जिससे वेतन एवं समस्याओं में सुधार हो रहा है।

बैठक में सीपी वर्मा, आर दिनेश, दीनानाथ सिंह, आरके त्रिपाठी, गुलाब दास, मनोहर लाल, जसवीर सिंह, गुरुदेव साहू, जयराम ध्रुव, बीपी खरे, संतोष ठाकुर, कोला राजू, अनिल कुमार नारायण, नवीन शर्मा, जयकुमार, ज्ञानेश्वर, दामन इंद्रमणि उपस्थित थे।