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SAIL के सीजीएम अब चलेंगे इलेक्ट्रिक कार में, बीएसपी ने खरीदी 42 कार

SAIL के सीजीएम अब चलेंगे इलेक्ट्रिक कार में, बीएसपी ने खरीदी 42 कार
  • -टाटा टिगोर देश की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कारों में से एक हैं। इसमें दो बैटरी पैक का विकल्प मिलता है, जिसमें 19.2 kwh और 24 kwh के विकल्प शामिल हैं।
  • -इसमें लगा इलेक्ट्रिक मोटर क्रमशः 60 बीएचपी और 74 बीएचपी की पॉवर जनरेट करता है।
  • -छोटी बैट्री सिंगल फुल चार्ज पर 250 किलोमीटर, जबकि बड़ा बैटरी पैक एक बार फुल चार्ज करने पर 315 किलोमीटर की रेंज देने में सक्षम है।
  • -इसे नॉर्मल चार्जर से 8.7 घंटे में जबकि फास्ट डीसी फास्ट चार्जर से इसे मात्र 1 घंटे में ही फुल चार्ज किया जा सकता है।
  • -टाटा टिगोर ईवी कार में 17.3 kwh की बैटरी मिलती है, जो 230 किलोमीटर की रेंज देने में सक्षम है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने वर्तमान में मुख्य महाप्रबंधकों के कार्यालयों द्वारा उपयोग किए जा रहे पेट्रोल/डीजल चलित वाहनों की जगह, सभी मुख्य महाप्रबंधकों को उनके कार्यालयों में कुल 42 इलेक्ट्रिक वाहनों को वितरित करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत संयंत्र ने टाटा मोटर्स से 42 नये इलेक्ट्रिक वाहन ‘टिगोर‘ प्राप्त करते हुए पर्यावरण के प्रति अपनी सजगता को प्रदर्शित किया है। बताया जा रहा है कि एक कार की कीमत करीब 13 लाख रुपए है। करीब साढ़े 5 करोड़ में सभी कार मंगाई जा रही है।

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टाटा मोटर्स ने सेल भिलाई इस्पात संयंत्र को प्रथम चरण में 22 नई टिगोर ईवी वाहन प्रदान किए। संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने टाटा मोटर्स के जोनल मैनेजर नितुल शर्मा से इन वाहनों की पहली खेप सेक्टर-7 स्थित टाउनशिप गैरेज में आयोजित एक समारोह में प्राप्त की।

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इस अवसर पर संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डाक्टर एके पंडा, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) एवं अतिरिक्त प्रभार कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) एस मुखोपाध्याय सहित संयंत्र के मुख्य महाप्रबंधक व वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

कार्यक्रम का संचालन संयंत्र के उप महाप्रबंधक (प्लांट गैरेज) एनके साहू ने किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने टाटा मोटर्स को धन्यवाद देते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन, इको-फ्रेंडली परिवहन की दिशा में हमारे संगठन की यात्रा के लिये बड़ा कदम है। जितनी जल्दी हम इलेक्ट्रिक वाहन को अपना लेंगे, यह न केवल पर्यावरण के लिये बल्कि हमारे पेट्रोलियम पर निर्भरता से मुक्त भविष्य के लिए बेहतर होगा।

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सेल, भिलाई इस्पात संयंत्र देश का पहला एकीकृत इस्पात संयंत्र है जिसने पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए हरित प्रौद्योगिकी के लिये इतनी अधिक मात्रा में 42 इलेक्ट्रिक वाहन को इंधन चलित वाहनों से बदलने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। देश में पहली बार एक साथ इतने इलेक्ट्रिक वाहन लेने वाला भिलाई पहला औद्योगिक संस्थान है।

संयंत्र ने पिछले कुछ वर्षों में हरित प्रौद्योगिकी को विकसित करने और सस्टेनेबिलिटी लाने की दिशा में कई उपाय किए हैं। वैश्विक पहल के अनुरूप कार्बन उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए हरित उपायों को अपनाने के लिए, भिलाई इस्पात संयंत्र ने वर्ष 2030 तक 2.58 टन/टीसीएस की वर्तमान उत्सर्जन दर से सीओ₂ उत्सर्जन को 1.98 टन/टीसीएस (प्रति टन क्रूड स्टील का उत्पादन) तक कम करने के लिए एक कार्य योजना तैयार की है। इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कई हरित प्रौद्योगिकी प्रकिया में है। यह पहल भी इसी प्रक्रिया का अंग है।

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कोर स्टील उत्पादन में सीओ₂ उत्सर्जन को कम करने के उन सभी प्रयासों की विभिन्न क्रियाओं को बल मिलेगा। जिससे जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सीओ₂ उत्सर्जन को कम करने में भिलाई इस्पात संयंत्र की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित होगी। भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने मुख्य महाप्रबंधक कार्यालयों द्वारा यात्रा में प्रयोग किये जाने वाले वाहनों में हरित तकनीक अपनाकर इस दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाया गया है। एक औसत मध्यम आकार की डीजल या पेट्रोल कार, तय की गई प्रति किलोमीटर की दूरी के लिए लगभग 0-14 से 0-16 किलोग्राम सीओ₂ का उत्सर्जन करती है। एक मध्यम आकार की डीजल या पेट्रोल कार के जीवनकाल में लगभग 24 टन सीओ₂ उत्सर्जन अनुमानित है।

इन उत्सर्जनों को कम करने के लिए टाटा की टिगोर मॉडल के 22 इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की पहली खेप 12 मई, 2023 को वितरित की गई है। औसतन, यदि एक मध्यम आकार की इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) कार अपने जीवनचक्र के दौरान लगभग 6 टन कम सीओ₂ का उत्सर्जन करेगी, तो कुल 42 इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) कारें, वातावरण में लगभग 252 टन कम सीओ₂ उत्सर्जित करेंगी।

भिलाई इस्पात संयंत्र का यह उपाय न केवल अपने संचालन के सभी क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन के वैश्विक खतरे से निपटने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है, बल्कि यह जलवायु परिवर्तन के खतरे को कम करने में एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिक के रूप में संगठित होकर समान विचारधारा वाले उद्योगों को एक स्पष्ट संदेश भी भेजता है। जो न केवल मनुष्यों के लिए बल्कि प्राकृतिक खूबियों से भरपूर इस ग्रह पृथ्वी पर भी जीवन के हर रूप के लिए खतरा है।

टाटा टिगोर देश की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कारों में से एक हैं। इसमें दो बैटरी पैक का विकल्प मिलता है, जिसमें 19.2 kwh और 24 kwh के विकल्प शामिल हैं। इसमें लगा इलेक्ट्रिक मोटर क्रमशः 60 बीएचपी और 74 बीएचपी की पॉवर जनरेट करता है।

छोटी बैट्री सिंगल फुल चार्ज पर 250 किलोमीटर, जबकि बड़ा बैटरी पैक एक बार फुल चार्ज करने पर 315 किलोमीटर की रेंज देने में सक्षम है। इसे नॉर्मल चार्जर से 8.7 घंटे में जबकि फास्ट डीसी फास्ट चार्जर से इसे मात्र 1 घंटे में ही फुल चार्ज किया जा सकता है। टाटा टिगोर ईवी कार में 17.3 kwh की बैटरी मिलती है, जो 230 किलोमीटर की रेंज देने में सक्षम है।