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Bokaro Steel Plant: 39 माह का बकाया एरियर जब तक नहीं, तब तक बायोमैट्रिक अटेंडेंस मंजूर नहीं

Bokaro Steel Plant: 39 माह का बकाया एरियर जब तक नहीं, तब तक बायोमैट्रिक अटेंडेंस मंजूर नहीं
  • बोकारो की संयुक्त यूनियन ने कहा-वेज रिवीजन, 39 महीने का एरियर सहित सम्मानजनक वेतन समझौता नहीं हो जाता, तब तक बायोमैट्रिक अटेंडेंस स्वीकार नहीं होगा।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel plant) में अटेंडेंस की नई व्यवस्था के खिलाफ ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा बोकारो  ने प्रबंधन को चेतावनी दी है। बोकारो इस्पात कामगार यूनियन एटक कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया गया।

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इंटक के नेता वीरेंद्र नाथ चौबे, एटक के नेता रामाश्रय प्रसाद सिंह, सीटू के बीडी प्रसाद, एचएमएस के राजेंद्र सिंह, बीएमएस के विनोद कुमार ने संयुक्त रूप से संबोधित किया।

ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा ने अपने हड़ताल नोटिस 12 जनवरी 2024 में प्रबंधन से मांग पत्र में अवगत करा चुका है कि पहले मजदूरों के लंबित मांगों पर फैसला करो, इसके बाद बायोमेट्रिक पर फैसला होगा।

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जिस पर मुख्य लेबर कमिश्नर सेंट्रल ने यथास्थिति बनाए रखने की बात की है। वैसी स्थिति में प्रबंधन का फैसला मजदूरों को उकसाने वाला है। नेताओं ने कहा कि सेल बोकारो स्टील प्लांट का प्रबंधन 1 मार्च 2024 से बायोमेट्रिक उपस्थिति का फैसला बेबुनियाद है। जहां एक तरफ बोकारो स्टील प्लांट बिना बायोमैट्रिक अटेंडेंस के ही उत्पादन के सारे रिकॉर्ड तोड़कर हर दिन एक नया इतिहास बना रहा है।

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वैसे समय में नए सिस्टम लाकर उत्पादन में बाधा पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। मार्च का महीना वैसे ही उत्पादन का महीना होता है, जिस महीने में हर कंपनी अपने उत्पादन को बढ़ाकर आगे ले जाने की कोशिश करती है। ऐसे में नया सिस्टम उत्पादन को बाधित करेगा, जो प्लांट के लिए नुकसान देह साबित होगा।

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श्रमिक नेताओं ने कहा-दूसरी तरफ इस्पात मजदूरों का वेज रिवीजन अभी तक आधा-अधूरा पड़ा हुआ है। 39 माह तक का एरियर, नाइट शिफ्ट एलाउंस, अन्य अलाउंस, ग्रेच्युटी एवं बोनस जैसे  संवेदनशील मसले अभी तक हल नहीं हुए हैं। इस हालत में एक नए सिस्टम को लाना प्रबंधन के लिए आत्मघाती सिद्ध हो सकता है।

ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा की मांग है कि जब तक इस्पात मजदूरों का वेज रिवीजन, 39 महीने का एरियर सहित सम्मानजनक वेतन समझौता नहीं हो जाता, तब तक बायोमैट्रिक अटेंडेंस मंजूर नहीं।

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