भोजन में अलग-अलग दिनों में चावल के साथ-साथ विभिन्न प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे चना डालमा, राजमा, बरबट्टी, आलू मटर पनीर, आलू मटर सोयाबीन और मिली-जुली सब्ज़ी शामिल रहती है। खीर और अचार भी नियमित रूप से दिया जाता है।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल राउरकेला इस्पात संयंत्र पिछले 8 साल से 39 हजार से अधिक बच्चों का पेट भर रहा है। ओडिशा सरकार और अक्षयपात्र फाउंडेशन के सहयोग से प्रत्येक स्कूल-दिवस पर बिसरा और लाठीकटा ब्लॉक के साथ-साथ राउरकेला नगर पालिका क्षेत्र के 327 विद्यालयों के 39,000 से अधिक विद्यार्थियों को पौष्टिक मध्याह्न भोजन प्रदान कर रहा है। वर्ष 2015 में शुरू हुई इस परियोजना ने आठ साल पूरे कर लिए हैं और हर साल विद्यार्थियों के कई बैच स्कूल से पास हो रहे हैं।
आरएसपी की सीएसआर पहल के तहत शुरू की गई प्रमुख परियोजना का उद्देश्य भूख को खत्म करना, भूख और गरीबी के कारण स्कूल छोड़ने की संख्या को कम करना और बच्चों में कुपोषण की समस्या का समाधान करना है।
भोजन में अलग-अलग दिनों में चावल के साथ-साथ विभिन्न प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे चना डालमा, राजमा, बरबट्टी, आलू मटर पनीर, आलू मटर सोयाबीन और मिली-जुली सब्ज़ी शामिल रहती है। खीर और अचार भी नियमित रूप से दिया जाता है।
बड़े आकार के स्टेनलेस टिफिन बॉक्सों में प्रदान किये जाने वाले गर्मा-गर्म भोजन अनुकूलित इंसुलेटेड वैन में 60 किलोमीटर के दायरे में विभिन्न स्कूलों में पहुंचाया जाता है। परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता और पोषण तत्व सुनिश्चित करने के लिए पर्यवेक्षकों द्वारा समय-समय पर उसका परीक्षण किया जाता है।
इसकी आपूर्ती के लिए सेल, आर.एस.पी. द्वारा सेक्टर-7 में एक अत्याधुनिक केंद्रीकृत रसोईघर स्थापित किया गया है। इसमें बॉयलर, एक चावल साफ करने की मशीन, एक कोल्ड स्टोरेज, उपयुक्त बर्तन, कन्वेयर बेल्ट, पैकिंग और सफाई सुविधाएं शामिल हैं।